सत्यशोधक समाज बना पिछड़ी जाती के लिए आंदोलन का स्रोत

जातिप्रथा, पुरोहितवाद, स्त्री- पुरुष, असमानता और अंधविश्वास के साथ ही समाज में व्याप्त आर्थिक, सामाजिक, एवं सांस्कृतिक भ्रष्टाचार के विरुद्ध सामाजिक परिवर्तन की जरूरत भारत में सताब्दियों से रही है। इस लक्ष्य को लेकर आधुनिक युग में सार्थक, सशक्त और काफी हद तक सफल आंदोलन चलाने का श्रेय सर्वप्रथम ज्योतिराव फुले को जाता है। उन्हें … Continue reading सत्यशोधक समाज बना पिछड़ी जाती के लिए आंदोलन का स्रोत