स्मृति शेष : बिष्णुपद मुखर्जी का चिकित्सा में अमूल्य योगदान आज भी यादगार!

भारत के चिकित्सा इतिहास में कुछ नाम ऐसे हैं, जिन्होंने विज्ञान को सिर्फ प्रयोगशाला तक सीमित नहीं रखा, बल्कि समाज की सेवा का माध्यम बनाया। बिष्णुपद मुखर्जी, एक ऐसे ही वैज्ञानिक थे, जिनका जीवन औषधीय अनुसंधान, दवा मानकीकरण और चिकित्सा शिक्षा को समर्पित रहा। 1 मार्च 1903 को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले … Continue reading स्मृति शेष : बिष्णुपद मुखर्जी का चिकित्सा में अमूल्य योगदान आज भी यादगार!