Mahakumbh: चिदानंद ने कहा, महाकुंभ समुद्र मंथन से स्वयं के मंथन की है यात्रा!

महाकुंभ सनातन का गौरव है। मानवता का सबसे बड़ा महोत्सव है। तीर्थराज प्रयाग, संगम, समागम, शांति, शक्ति और भक्ति की भूमि है। संगम, शास्त्र व साहित्य की धरती है। प्रयागराज का संगम केवल भौतिक जल का नहीं है, बल्कि यह शास्त्र और साहित्य की भी भूमि है। यहां के इतिहास और संस्कृति में वेद, उपनिषद, … Continue reading Mahakumbh: चिदानंद ने कहा, महाकुंभ समुद्र मंथन से स्वयं के मंथन की है यात्रा!