शिन्हुआ के अनुसार, इस हमले की जिम्मेदारी “जैश अल-जुल्म” नामक आतंकवादी संगठन ने ली है, जिसे ईरान पहले ही आतंकी संगठन घोषित कर चुका है।
आतंकियों ने जाहेदान स्थित न्याय विभाग के भवन में घुसकर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे वहां मौजूद लोगों में अफरातफरी मच गई। सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकियों को मार गिराया।
ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि उनके जमीनी बलों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया और तीन आतंकियों को ढेर कर दिया। हालांकि, कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है।
आईआरजीसी ने यह भी आश्वासन दिया कि हालात अब पूरी तरह नियंत्रण में हैं और सुरक्षा बल चौकसी बनाए हुए हैं।
जाहेदान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज के प्रमुख मोहम्मद-हसन मोहम्मदी ने तसनीम को बताया कि सभी घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। प्रांतीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे न्याय विभाग और उसके आसपास के क्षेत्रों में जाने से बचें।
गौरतलब है कि जैश अल-जुल्म ने पिछले कुछ वर्षों में ईरानी सुरक्षा बलों और आम नागरिकों पर कई जानलेवा हमले किए हैं। शनिवार का यह हमला एक बार फिर क्षेत्र की संवेदनशीलता और आतंकवाद के खतरे को उजागर करता है।
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