थाईलैंड और कंबोडिया के बीच दो दिनों से जारी ताज़ा सीमा झड़पों में कम से कम आठ लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि तीनों ओर से कई दर्जन लोग घायल हुए हैं। स्थिति बिगड़ने के बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों देशों से तत्काल संघर्ष रोकने, संयम दिखाने और शांति बहाल करने की अपील की है।
गुटेरेस ने मंगलवार (9 दिसंबर)को X पर पोस्ट करते हुए कहा, “कंबोडिया और थाईलैंड के बीच फिर शुरू हुई झड़पों से चिंतित हूं। दोनों पक्ष संयम बरतें, तनाव न बढ़ाएं, युद्धविराम का पालन करें और शांतिपूर्ण समाधान के लिए संवाद तंत्र का उपयोग करें। UN क्षेत्र में शांति, स्थिरता और विकास के सभी प्रयासों में सहयोग देने को तैयार है।”
खमेर टाइम्स के अनुसार, कंबोडिया के 7 नागरिक मारे गए हैं, जबकि पिछले दो दिनों में 20 लोग घायल हुए हैं।
वहीं बैंगकॉक पोस्ट ने रिपोर्ट किया कि झड़पों में एक थाई सैनिक की मौत हुई और 18 अन्य घायल हुए हैं। थाई सेना ने दावा किया है कि उसने “हमलों के जवाब में” सीमापार सैन्य ठिकानों पर हवाई प्रहार किए हैं। इसके बाद सीमा क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है।
स्थानीय प्रशासन ने सीमा के नज़दीक बसे गांवों के लोगों को तत्काल सुरक्षित आश्रयों में जाने को कहा है और कई परिवारों को घर खाली करने पड़े हैं। कंबोडिया के विदेश मंत्रालय ने 9 दिसंबर की सुबह 30 विदेशी राजनयिकों और 3 अंतरराष्ट्रीय संगठनों, जिनमें UN प्रतिनिधि भी शामिल थे, के साथ आपात बैठक की। बैठक में थाईलैंड पर समझौते के उल्लंघन और कंबोडियाई क्षेत्र पर हमले का आरोप लगाया गया।
पूर्व प्रधानमंत्री समदेक टेक्चो हुन सेन ने कहा, “कंबोडिया शांति चाहता है, लेकिन अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए जवाब देना मजबूरी बन गया है।” यह ताज़ा हिंसा उस समय हुई है जब थाईलैंड ने अक्टूबर में कुआलालंपुर में हुए शांति समझौते को नवंबर में निलंबित कर दिया था। यह समझौता अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मौजूदगी में हुआ था और बड़ी कूटनीतिक सफलता माना गया था।
हालिया तनाव ट्रंप के उन बयानों के बाद भी बढ़ा है, जिसमें उन्होंने दावा किया कि उन्होंने “10 महीनों में 8 युद्ध सुलझा दिए” और इनमें कंबोडिया–थाईलैंड विवाद भी शामिल है।
दोनों देशों के बीच सीमा विवाद औपनिवेशिक काल के नक्शों से जुड़ा है और समय-समय पर यहां झड़पें होती रही हैं। जुलाई में भी इसी इलाके में लड़ाकू विमानों, मिसाइलों और जमीनी सैनिकों की भिड़ंत में दर्जनों लोग मारे गए थे और लगभग 2 लाख लोग विस्थापित हुए थे। वर्तमान हालात बताते हैं कि सीमा पर तनाव अभी थमने के आसार कम हैं, और शांति बहाल करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता की भूमिका अहम हो सकती है।
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