27 C
Mumbai
Sunday, December 7, 2025
होमदेश दुनियापुतिन से मुलाक़ात के बाद ट्रंप ने रूस तेल ख़रीदारों पर दिखाएंगे...

पुतिन से मुलाक़ात के बाद ट्रंप ने रूस तेल ख़रीदारों पर दिखाएंगे नरमी!

Google News Follow

Related

अलास्का में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि वे तुरंत रूस और उसके व्यापारिक साझेदारों पर सेकेंडरी प्रतिबंध लगाने के मूड में नहीं हैं। इसे भारत के लिए एक बड़ी राहत के तौर पर देखा जा रहा है। फ़ॉक्स न्यूज़ को दिए इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा कि उनकी पुतिन से मुलाक़ात बेहद सकारात्मक रही और उन्होंने इस बैठक को 10 में से 10 अंक दिए।

ट्रंप ने कहा, “मुझे इस पर (प्रतिबंधों पर) दो-तीन हफ्तों में सोचना पड़ सकता है, लेकिन हमें इस पर तुरंत सोचने की ज़रूरत नहीं है।” उन्होंने आगे जोड़ा, “अगर मैं अभी सेकेंडरी प्रतिबंध लगाऊँ, तो यह उनके लिए विनाशकारी होगा।” हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि आगे की कार्रवाई क्या होगी।

ट्रंप ने हाल ही में भारत पर बड़ा आर्थिक दबाव बनाते हुए 25% की जवाबी टैरिफ़ के अलावा भारतीय सामानों पर अतिरिक्त 25% शुल्क भी लगा दिया था। इसके बाद भारत से अमेरिकी आयात पर कुल शुल्क 50% तक पहुँच गया है। ट्रंप ने रूस से तेल खरीदने वाले देशों को चेतावनी दी थी कि सेकेंडरी प्रतिबंध कभी भी लगाए जा सकते हैं। गौरतलब है कि रूस से तेल ख़रीदने वाले शीर्ष दो देश भारत और चीन हैं।

अलास्का शिखर वार्ता से पहले ट्रंप ने दावा किया था कि भारत पर लगाए गए दंडात्मक टैरिफ़ के कारण रूस “अपने दूसरे सबसे बड़े ग्राहक” को खो रहा है और इसी दबाव की वजह से पुतिन ने बातचीत की पहल की। हालांकि भारत ने साफ किया है कि उसने अमेरिकी धमकियों के बावजूद रूसी तेल आयात पर कोई रोक नहीं लगाई है और अमेरिका को उसकी दोहरी नीति के लिए आड़े हाथों लिया है।

ट्रंप ने पुतिन को भी सख़्त चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर उन्होंने शांति समझौते पर सहमति नहीं जताई तो रूस को बेहद गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। लेकिन करीब तीन घंटे चली बैठक के बावजूद यूक्रेन युद्धविराम पर कोई सहमति नहीं बन सकी।

ट्रंप ने इंटरव्यू में ज़ोर देकर कहा कि अब गेंद यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमीर ज़ेलेंस्की के पाले में है। उन्होंने कहा, “समझौता करो।” साथ ही उन्होंने संकेत दिया कि युद्धबंदियों की अदला-बदली पर विचार हो सकता है। ट्रंप ने दावा किया, “आज मुझे एक किताब दिखाई गई, जिसमें हज़ारों क़ैदियों के नाम थे, जिनकी रिहाई होगी।”

अमेरिकी राष्ट्रपति का यह नरम रुख़ भारत के लिए रणनीतिक और आर्थिक दृष्टि से राहत भरा है, लेकिन अगले कुछ हफ़्तों में उनकी नीति किस दिशा में जाएगी, इस पर सबकी नज़रें टिकी रहेंगी।

यह भी पढ़ें:

ट्रंप ने पुतिन से मुलाकात के बाद ज़ेलेंस्की और नाटो नेताओं के साथ की बात!

अलास्का में ट्रंप-पुतिन वार्ता, यूक्रेन संघर्ष विराम समझौता अधर में​!

युवाओं को पहली प्राइवेट नौकरी पर ₹15,000, मोदी सरकार ने शुरू की ‘विकसित भारत रोजगार योजना’!

National Stock Exchange

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Star Housing Finance Limited

हमें फॉलो करें

151,707फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
284,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें