रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पूरी तरह सफल रहा और भारत ने सभी सैन्य लक्ष्य प्राप्त कर लिए। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में कोई भी महत्वपूर्ण सैन्य संपत्ति को नुकसान नहीं हुआ और यह कार्रवाई पहलगाम आतंकी हमले के बाद की गई थी। राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया, “अगर पाकिस्तान फिर कोई दुस्साहस करता है, तो भारत जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।”
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने सरकार से सवाल किया कि आखिर कितने राफेल विमान गिरे हैं? उन्होंने कहा, “यदि कुछ विमान गिरे हैं, तो यह देश के लिए बड़ा नुकसान है। अगर हमला किया गया था तो उसे अंजाम तक पहुंचाना चाहिए था, साथ ही पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) को वापस लेना चाहिए था।” उन्होंने सरकार से पारदर्शिता की भी मांग की।
विपक्ष के उस दावे पर कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाक के बीच युद्धविराम कराया, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सख्ती से इनकार किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ट्रंप के बीच हुई किसी भी बातचीत में युद्धविराम या सैन्य हस्तक्षेप जैसा कोई विषय नहीं उठा था।
बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने विपक्षी नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्हें पाकिस्तान के प्रति सहानुभूति रखने वाला बताया। वहीं टीएमसी के कल्याण बनर्जी ने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ट्रंप के सामने उनकी 56 इंच की छाती 36 इंच की हो जाती है। इन टिप्पणियों ने सदन में हंगामे का माहौल बना दिया।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की और कहा कि उन्होंने सभी दलों के नेताओं को आतंकवाद के मुद्दे पर विदेशों में भारत का पक्ष रखने का अवसर दिया। उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय हित सर्वोपरि है, उसके बाद राज्य, फिर पार्टी और अंत में परिवार आता है।”
लोकसभा में हुई लंबी बहस के बाद अब मंगलवार को राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर चर्चा होनी है। संभावना है कि इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह भी सदन को संबोधित करें। यह बहस देश की सुरक्षा नीति, सैन्य रणनीति और राजनीतिक दृष्टिकोण के लिहाज से अहम मानी जा रही है।
“मै चिदंबरमजी को बताना चाहता हूं, हमारे पास सबूत है की तीनों आतंकी पाकिस्तानी थे।”



