दिल्ली/मुंबई। कोरोना के चलते 2 सालों से लॉकडाउन के बीच पड़ने वाली अक्षय तृतीया पर ज्वेलरी का कारोबार पूरी तरीके से ठप हो गया है. एक अनुमान के मुताबिक करीब 10,000 करोड रुपए का कारोबार होता है. पर लगातार 2 सालों से लॉकडाउन के बीच पड़ने वाली अक्षय तृतीया के दिन व्यापार बंद होने की वजह से इस कारोबार को करीब 20,000 करोड रुपए का नुकसान पहुंचने का अनुमान है.देश के ज्वेलरी व्यापार के शीर्ष संगठन आल इण्डिया ज्वैलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय संयोजक पंकज अरोरा ने कहा कि ज्वेलरी व्यापारियों ने अक्षय तृतीया पर अच्छे व्यापार की बड़ी उम्मीदें लगा रखी थी. लेकिन लॉकडाउन होने से उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है.
ऐसा लगता है कि अक्षय तृतीया और ईद का दिन भी सोने के व्यापारियों के लिए कुछ खास व्यापार नहीं होगा.अरोरा ने बताया कि वर्ष 2019 में देश सिर्फ अक्षय तृतीया पर ही लगभग 10 हजार करोड़ रुपये के सोने की बिक्री की गई थी किन्तु 2020 में अक्षय तृतीया पर मई माह में लॉकडाउन में सोने की बिक्री शगुन के रूप में केवल 5 प्रतिशत यानी लगभग 500 करोड़ के आसपास ही हुई थी.लगातार दो साल लॉकडाउन में अक्षय तृतीया का त्यौहार आने के कारण देश के ज्वेलरी व्यापार की कमर ही टूट गई है. इन हालातों में व्यापार अब दोबारा कैसे संभलेगा, इसकी चिंता ज्वेलरी व्यापारियों को ज्यादा सताए जा रही है.वहीं, 1 जून से देश में सोने की ज्वेलरी पर अनिवार्य रूप से हॉलमार्किंग करना होगा जिसके लिए ज्वेलरी व्यापारी अभी तैयार नहीं है।