नई दिल्ली। कोरोना की सेकेण्ड वेव कमजोर पड़ने लगी है। वहीं,अब तीसरी लहर की बात होने लगी है। विशेषज्ञों ने भी तीसरी लहर की चेतावनी दे चुके हैं।बच्चों के लिए तीसरी लहर खतरनाक मानी रही है। कोवैक्सीन बनाने वाली कंपनी अगले माह से बच्चों के लिए एंटी कोविड वैक्सीन का ट्रायल शुरू कर सकती है।
भारत बायोटेक के बिजनेस डेवलपमेंटऔर इंटरनेशनल एडवोकेसी हेड डॉ. राचेस ऐल्ला ने बताया कि कंपनी कोवैक्सीन का पीडियाट्रिक ट्रायल जून से शुरू कर सकती है है। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस साल के तीसरे या चौथे क्वार्टर तक वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) से कोवैक्सीन को मंजूरी मिल जाएगी।
उन्होंने कहा, ” मुझे खुशी है कि वैक्सीन अच्छा काम कर रही है और लोगों की जान बचा रही है।हम जल्द अपनी वैक्सीन निर्माण की संख्या बढ़ाने वाले हैं और इस साल के आखिर तक 70 करोड़ वैक्सीन का निर्माण करेंगे।
उन्होंने बताया कि हमें सरकार का पूरा समर्थन है। सरकार ने 1500 करोड़ का एडवांस ऑर्डर भी दिया है। वहीं इसके बाद कंपनी गुजरात और बेंगलुरु में भी अपना विस्तार कर रही है।
वहीं , WHO की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन का कहना है कि भारत में बन रही नाक से दी जाने वाली वैक्सीन बच्चों लिए गेम चेंजर साबित हो सकती है। उन्होंने कहा,” हमें उम्मीद है कि हमारे पास बच्चों के लिए भी वैक्सीन होगी लेकिन यह इस साल नहीं होने वाला और हमें स्कूल तभी खोलने चाहिए तब ट्रांसमिशन रिस्क कम हो। हमे तभी स्कूल खोलना चाहिए जब सभी टीचर को टीका लग गया हो।