मेघालय पुलिस ने एक बड़े अंतरराष्ट्रीय वाहन चोरी और तस्करी रैकेट का पर्दाफाश करते हुए 17 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 10 बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि यह गिरोह शिलांग और राज्य के अन्य हिस्सों से मोटरसाइकिलें व स्कूटर चुराकर उन्हें बांग्लादेश में बेचने के लिए सीमा पार भेजता था।
यह सफलता पुलिस को 4 सितंबर की सुबह ईस्ट खासी हिल्स जिले के मावमांग इलाके में वाहनों की नियमित जांच के दौरान मिली। जांच के दौरान शिलांग की ओर से आ रहा एक स्कूटर नाका देखकर अचानक यू-टर्न लेता हुआ भागने लगा। पुलिस ने पीछा कर स्कूटर को रोक लिया और पीछे बैठे युवक नेहलांग लमारे (24), निवासी बराटो, वेस्ट जयंतिया हिल्स को पकड़ लिया। स्कूटर चला रहा युवक भी बाद में गिरफ्तार हुआ, जिसकी पहचान जौवई का निवासी क्लेमेंट तिमुंग (18) रूप में हुई।
पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि स्कूटर शिलांग के लापालंग इलाके से चोरी किया गया था। मामले को रिनजाह थाने में दर्ज कर जांच शुरू हुई। इसके बाद ईस्ट खासी हिल्स पुलिस की स्पेशल सेल ने तीन और युवकों—पीटर पोहरमेन (18), विकी धखार (20) और रोमियो रिंगसाई (24) को गिरफ्तार किया। ये सभी वेस्ट जयंतिया हिल्स के डाउकी क्षेत्र के निवासी हैं।
पुलिस के अनुसार, ये तीनों चोरी की गाड़ियों को सीमा पार बांग्लादेशी नागरिकों तक पहुंचाने की व्यवस्था करते थे। उनकी जानकारी पर छापेमारी की गई, जिसमें चार और लोगों को पकड़ा गया। इनमें डेमियनजोंगमी पासलेइन (25, निवासी क्षेह, ईस्ट जयंतिया हिल्स), बारिस्टर लमारे (20), लास्टबॉर्न लमारे (21, निवासी बराटो, वेस्ट जयंतिया हिल्स) और एक 15 वर्षीय किशोर शामिल हैं।
इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 10 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक 17 साल का नाबालिग भी है। आरोप है कि ये सभी चोरी की गाड़ियों के असली खरीदार थे। अधिकारियों ने बताया कि इनकी पहचान बांग्लादेश के सिलहट और हाबीगंज जिलों के रहने वाले के रूप में हुई है।
पुलिस ने कहा कि इन गिरफ्तारियों से यह स्पष्ट हो गया है कि वाहन चोरी और सीमा पार तस्करी से जुड़ा एक संगठित अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट सक्रिय था। यह गिरोह चोरी, आपूर्ति और खरीदारों के नेटवर्क को जोड़कर काम करता था।
मेघालय पुलिस ने आश्वस्त किया है कि गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की पहचान की जा रही है और जांच आगे बढ़ाई जा रही है। इस बड़ी कार्रवाई को राज्य में सीमा पार अपराधों के खिलाफ एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।
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