मुंबई। अपनी बच्ची को कोरोना टीका लगवाने के लिए मुंबई का एक दंपति अपनी 14 साल की बच्ची को अमेरिका भेजना चाहता है। क्योंकि भारत में अभी 18 साल से ज्यादा उम्र वालों को ही कोरोना का टीका लग रहा है। मंगलवार को हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को दंपति की उस याचिका पर जवाब देने का निर्देश दिया जिसमें उन्होंने अपनी नाबालिग बेटी को कोविड-19 रोधी टीका लगवाने के लिये अमेरिका भेजने को लेकर अदालत से मदद का अनुरोध किया है।
न्यायमूर्ति एस एस शिंदे और न्यायमूर्ति अभय आहूजा ने सरकार को एक सप्ताह में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।
खंडपीठ दक्षिण मुंबई में रहने वाले विरल और बिजल ठक्कर की याचिका पर सुनवाई कर रही है। वरिष्ठ वकील मिलिंद साठे के जरिए दाखिल की गई याचिका के अनुसार दंपति की बेटी प्रवासी भारतीय नागरिक कार्ड धारक है और वह अमेरिका में टीका लगवाने की पात्र है। क्योंकि उसके पास अमेरिका का नागरिकता भी है। दंपति चाहता है कि बच्ची की बुआ को उसका कानूनी संरक्षक नियुक्ति करने की अनुमति दी जाए जिससे वह बच्ची को लेकर कोरोना टीका लगवाने अमेरिका जा सके। ठक्कर दंपति निजी कारणों से फिलहाल अमेरिका जाने में असमर्थ हैं।