लखनऊ। उत्तर प्रदेश में टीका के संबंध में गलत अफवाह फ़ैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में सरकार ने जिलाधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं।सरकार द्वारा टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है। वहीं कई लोग ऐसे हैं जो इसे लेकर तरह-तरह की अफवाहें फैला रहे हैं।ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण को लेकर कई तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं, जिसकी वजह से लोग टीका लगवाने से कतरा हैं। देशहित में टीकाकरण अत्यंत जरूरी है। अफवाहें फैलाने वालों को तत्काल चिन्हित कर उन्हें समझाया जाए कि यह टीकाकरण उन सबके लिए जरूरी है और इससे लोग कोरोना से सुरक्षित हो सकेंगे। इसके बाद भी अगर लोग बाधा उत्पन्न करें तो उनसे सख्ती से निपटा जाए। निर्देश में यह भी कहा गया है कि अगर समझाने के बाद भी अफवाहें फैलाने वाले नहीं मानें तो उनके विरुद्ध महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाए। राज्य सरकार ने जुलाई से प्रतिदिन 10 लाख लोगों को टीके लगाने की योजना तैयार कर रखी है। सरकार 31 अगस्त तक 10 करोड़ व दिसंबर तक सभी प्रदेशवासियों के टीकाकरण का लक्ष्य तय कर अभियान चला रही है। इसमें कुछ शरारती तत्व जान बूझकर अफवाहें फैला रहे हैं ताकि अभियान में बाधा आए। ये हैं अफवाहें : टीका लगाने से मौत हो जाती है। मर्दों को यह नपुंसक बना देताहै। टीके लगाने पर औरतें बांझ हो जाती हैं। चर्म रोग हो जाता है। गंभीर बीमारियां होने लगती है।आदमी अंधा हो जाता है या लकवा मार सकता है।अलग-अलग आयु वर्ग के लोगों को टीके लगाने के लिए लगातार कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। अलग-अलग संवर्ग के लिए फोकस वैक्सीनेशन के कार्यक्रम भी लगातार चलाए जा रहे हैं।