मुंबई। राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख आज फिर एक बार प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश नहीं हुए। केंद्रीय जांच एजेंसी को एक पत्र लिखकर अपनी उम्र और कोविड-19 के खतरे का हवाला देते हुए पेशी में छूट देने की मांग की है। पत्र लिखने के कुछ देर बाद उनकी ओर से एक वकील ED ऑफिस पहुंचे हैं। तीन पन्ने के पत्र में अनिल देशमुख ने उनके खिलाफ दर्ज ECIR की कॉपी की भी डिमांड की है। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने देशमुख पर 100 करोड़ की वसूली का आरोप लगाया था, जिसके बाद ED इस मामले में “मनी लॉन्ड्रिंग” का केस दर्ज कर, जांच कर रही है। ED ने देशमुख को पहले 25 जून और फिर 29 जून को पूछताछ के लिए समन किया था।
प्रवर्तन निदेशालय अब तक देशमुख के कई ठिकानों पर दो बार रेड कर चुकी है। ED ने शुक्रवार देर रात देशमुख के पीए संजीव पलांडे और पीएस कुंदन शिंदे को अरेस्ट किया था, दोनों फिलहाल केंद्रीय एजेंसी की कस्टडी में हैं। ये एक जुलाई तक ED की रिमांड पर हैं। इन पर आरोप हैं कि ये इन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग में देशमुख की मदद की थी। जांच एजेंसी ने शनिवार को देशमुख को भी पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन देशमुख ने पेश होने के लिए नई तारीख मांगी है।
72 साल का होने और आयु से संबंधित बीमारियों से पीड़ित होने के बावजूद आपने मुझे 25 जून को बुलाया और ईडी के कई अधिकारियों ने बिना सोशल डिस्टेंसिंग के मुझ से कई घंटे की पूछताछ की है। उम्र और स्वास्थ्य के कारण, मुझे कोविड-19 से संक्रमित होने का ज्यादा खतरा है।