कानपुर। यूपी एटीएस ने धर्मांतरण मामले में एक बड़ा खुलासा किया है। धर्म परिवर्तन कराने वाला मोहम्मद उमर गौतम खुद को पूर्व प्रधानमंत्री का भतीजा बता कर लोगों को धर्मांतरण के लिए उकसा रहा था। इसके झांसे कई लोग भी आये हैं। आईडीएफ के इंस्टाग्राम अकाउंट में उमर ने स्टेटस डाल रखा था कि वह पूर्व प्रधानमंत्री का भतीजा है। आईडीएफ (इस्लामिक दावा सेंटर) का इंस्टाग्राम पर अकाउंट बनाया गया है।
उमर के स्टेटस पर लिखा है कि 20 साल की उम्र में इस्लाम कबूल कर लिया था। यह पूर्व प्रधानमंत्री के भतीजे हैं। यह वह प्रधानमंत्री हैं जो वर्ष 89 से 91 तक पद पर रहे हैं। ऐसे हैं आईडीएफ के चेयरमैन। एटीएस की जांच में यह तथ्य पहले ही आ चुका है कि आईडीएफ दिल्ली का चेयरमैन मोहम्मद उमर गौतम था। वहीं, मूक-बधिर समेत अन्य लोगों को टारगेट कर वह धर्म परिवर्तन करा रहा था। खुद को प्रधानमंत्री का रिश्तेदार बताकर उमर लोगों को झांसे में ले लेता था। वह संभ्रांत लोगों के बीच इसी तथ्य के साथ जगह बनाता था और फिर धीरे-धीरे उन्हें इस्लाम के बारे में जानकारी देने लगता था। लोग यह सोचते थे कि जब पूर्व पीमए का रिश्तेदार ऐसा कर सकता है तो फिर जरूर इसमें कुछ मजबूती होगी और उसकी बातों को ध्यान से सुना जाता था।
एटीएस सूत्रों के मुताबिक उसकी प्रधानमंत्री वाले झांसे में सौ से अधिक लोग प्रभावित हो चुके थे। जिसकी जानकारी ATS जुटा रही है।