कानपुर।धर्मांतरण मामले में यूपी एटीएस ने बड़ा खुलासा किया है। इस मामले आरोपी मोहम्मद उमर गौतम कानपुर में 350 लोगों का धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश कर रहा था। मिली जानकारी के अनुसार आरोपी साल दर साल लक्ष्य तय कर इस घटना को अंजाम थे।इन्होंने 2022 में इससे भी बड़ा टॉरगेट तय वाले थे ,लेकिन इससे पहले ही इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
बता दें कि इस लक्ष्य के पूरा पर 2022 के लिए इससे भी बड़ा लक्ष्य तय किया जाना था। शहर में बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन कराने के लिए मोहम्मद उमर जहांगीर ने दो दर्जन ट्रेनर्स तैयार कर लिए थे। इन्हें शहर के अलग-अलग इलाकों में रखा भी गया था। आईडीसी (इस्लामिक दावा सेंटर ) संस्था के जरिए ट्रेनर्स का खर्च भी उठाया जा रहा था। इन्हें लक्ष्य दिया गया था कि संभ्रांत और मूक-बधिर के बीच अपनी पैठ बनाकर उनका धर्म परिवर्तन कराएं। इसके लिए उमर ने दिसम्बर तक साढ़े तीन सौ लोगों के धर्म परिवर्तन का टारगेट सेट किया था। इसके पूरा होने के बाद अगले साल यानी 2022 में इससे भी बड़ा लक्ष्य तय किया जाना था जिसे लेकर उसकी अपने कुछ और कारखासों से मंत्रणा हो चुकी थी। एटीएस सूत्रों के मुताबिक जो डायरी और दस्तावेज उमर गौतम के यहां से मिले हैं उसमें इन सभी तथ्यों के बारे में जानकारी मौजूद है। प्रदेश में कई और शहर उसने इसी तरह से टारगेट किए थे।