मुंबई। राज कुंद्रा फिलहाल पोर्नोग्राफी केस के मामले में गिरफ्तार होने के बाद 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में हैं, उनके लिए एक के बाद एक मुश्किलें खड़ी होती नजर आ रही हैं, विधायक राम कदम ने उन पर ऑनलाइन गेम गॉड के माध्यम से देश भर के हजारों लोगों से 3000 करोड़ रुपए की ठगी का नया आरोप लगाया, शनिवार को राम कदम ने उनकी गिरफ्तारी पर हुई देरी को लेकर सवाल उठा दिया है। राम कदम ने सवाल किया है कि जब फरवरी में पॉर्न रैकेट का पर्दाफाश हुआ तब पुलिस ने इस रैकेट से जुड़े 9 लोगों को गिरफ्तार किया. लेकिन राज कुंद्रा की गिरफ्तारी में 5 महीने लग गए. आखिर कौन था जो राज कुंद्रा को बचा रहा था? जरूर किसी बड़े पुलिस अधिकारी या मंत्री का आशीर्वाद प्राप्त हुआ होगा, अन्यथा राज कुंद्रा इतने दिनों तक बच नहीं सकते थे।
राज कुंद्रा का उन्होंने सचिन वाजे से भी कनेक्शन बताया है। भाजपा प्रवक्ता राम कदम ने इस संबंध में एक वीडियो जारी किया है, राम कदम ने इस वीडियो में कहा है, राज कुंद्रा मामले में, जब पहली बार यह मामला फरवरी महीने में सामने आया, उस समय 9 लोगों की गिरफ्तारी हुई,अब दसवें व्यक्ति राज कुंद्रा हैं, उस समय मुंबई क्राइम ब्रांच में सचिन वाजे, यह एक वसूलीबाज प्रभावशाली अधिकारी थे, क्या वाजे की और राज कुंद्रा की कोई आपसी लेन-देन हुई है? बातचीत या भेंट हुई है? कौन से ऐसे कारण थे कि 5 महीने 15 दिन का समय राज कुंद्रा की गिरफ्तारी के लिए लगा. किसी ना किसी के आशीर्वाद के बगैर इस प्रकार की गिरफ्तारी से राज कुंद्रा बच नहीं सकते थे, वाजे जिम्मेदार है, या वाजे जिनके इशारे पर काम करता था वे राज गद्दी पर बैठे नेता और बड़े अधिकारी इसमें शामिल हैं? किसके आशीर्वाद के कारण राज कुंद्रा गिरफ्तार नहीं हुआ? इस बात का जवाब महाराष्ट्र की सरकार को देना होगा।