सावन माह में चाहते हैं भगवान शिव की महिमा बनी रहे इसके लिए आपको कई उपाय करने होंगे। भगवन शिव बड़े दयालु हैं। मन और विधिविधान से किये गए उपवास और पूजन भगवन शंकर जल्द प्रसन्न होते हैं। आइये बताते हैं कि कैसे भोले भंडारी को खुश किया जा सकता है। यदि कुंडली में राहु और केतु के साथ यदि चंद्र स्थित है तो सावन में सोमवार का व्रत अवश्य रखें। इतना ही नहीं किसी भी प्रकार की परेशानी है या तनाव रहता है तो सावन सोमवार का व्रत विशेष फलदायी है। परिवार में किसी को स्वास्थ्य विकार है तो सावन के सोमवार का व्रत रखें।
दांपत्य जीवन में मधुरता के लिए सावन के सोमवार को पति-पत्नी साथ में भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करें। भगवान शिव और माता पार्वती को चावल की खीर का प्रसाद अर्पित करें। अगर लंबे समय से किसी बीमारी से ग्रस्त हैं तो सावन के सोमवार पर जल में थोड़े काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें। आर्थिक समस्याओं से घिरे हैं तो सावन के सोमवार को अनार के जूस से भगवान शिव का अभिषेक करें। सावन में सोमवार के दिन उग्र स्वभाव वाले लोगों को उपवास रखना चाहिए। इससे उग्रता में कमी आती है।
यदि कुंडली में राहु और केतु के साथ यदि चंद्र स्थित है तो सावन में सोमवार का व्रत अवश्य रखें। किसी भी प्रकार की मानसिक परेशानी है या तनाव बना रहता है तो सावन सोमवार का व्रत विशेष फलदायी है। परिवार में किसी को स्वास्थ्य विकार है तो सावन के सोमवार का व्रत रखें। श्रावण मास में भगवान अर्धनारीश्वर की मूर्ति घर में लाएं। अपने घर या प्रतिष्ठान पर नंदी पर सवार भगवान शिव का चित्र लगाएं। श्रावण मास में हनुमान जी की पूजा भी विशेष फलदायी है। शिव चालीसा और हनुमान चालीसा का पाठ करें। श्रावण मास में उत्तर दिशा में तुलसी का पौधा लगाने से घर का वातावरण शुद्ध होता है।