मुंबई।‘ महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार हिंदू-विरोधी है। हिदुत्व के दम पर जनमानस को उल्लू बना कर पनपी शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने सत्ता की गद्दी पर बैठने के बाद खुलकर अपना हिंदू विरोधी रंग दिखाना शुरू कर दिया है ‘, राज्य सरकार पर यह तीक्ष्ण शाब्दिक हमला प्रमुख विपक्षी दल भाजपा के नेता एवं विधायक अतुल भातखलकर ने उसे समर्थन दे रहे सपा विधायक अबू आजमी के जन्मदिन के मौके पर कोरोना रोकथाम नियमों का खुलेआम उल्लंघन कर मनाए गए शानदार जश्न के मद्देनजर किया है।
हजारों की भीड़ जुटा जुलूस निकाला, नंगी तलवार नचाई: आजमी के जन्मदिन पर रविवार, 8 अगस्त को शानदार सेलिब्रेशन रखा गया था, जिसमें कमोबेश समूचे राज्य के बाढ़ के कहर से कराह रहे होने के बावजूद घोड़ागाड़ी में बैठ कर निकले विशाल जुलूस में आजमी ने बड़ी बेशर्मी के साथ नंगी तलवार नचाई। इससे भी हैरत की बात यह है कि राज्य में कोरोनारोधी नियमों के तहत पाबंदी लागू होते हुए भी उसे ठेंगा बता सेलिब्रेशन में हजारों लोगों की भीड़ इकट्ठा थी और इस मौके पर यहां पुलिस भी उपस्थित थी, जिसने सरकारी पाबंदी के खुलेआम उल्लंघन के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की।
क्या आजमी पर सरकारी नियम लागू नहीं ?: मानवीयता के सारे मूल्य बेच खाने और सरकारी नियमों के उल्लंघन के जश्न का यह वीडियो वायरल होने के बाद विधायक अतुल भातखलकर ने ठाकरे सरकार पर आक्रामक हो निशाना साधते हुए सवाल उठाया है, ‘ क्या अबू आज़मी के लिए अलग नियम हैं, सरकारी नियम उन पर लागू नहीं होते क्या ? ‘
श्रावण मास शुरू, पर मंदिर अभी भी बंद: इस प्रकरण को लेकर भातखलकर ने ठाकरे सरकार को हिंदू विरोधी करार देते हुए यह सवाल भी उठाया, ‘ क्या अबू आजमी जैसे मुंहफट, बेशर्म कौर सरकारी नियमों का उल्लंघन करने वाले विधायक के खिलाफ उद्धव ठाकरे कार्रवाई करेंगे ?’ उनका कहना है कि बेशर्म ठाकरे सरकार ने हिंदू त्योहारों पर रोक लगा रखी है, पवित्र श्रावण मास शुरू हो रहा है, लेकिन मंदिर अभी भी बंद हैं, इसी से अच्छी तरह स्पष्ट है कि यह हिंदू विरोधी सरकार है।