लखनऊ। अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है और अब कानपुर देहात में परशुराम का भव्य मंदिर बनने जा रहा है, जहां परशुराम की 25 फीट की प्रतिमा लगेगी। मंदिर ब्राह्मणों को जोड़ने का सेतु बनने जा रहा है। उत्तर प्रदेश के 2 करोड़ ब्राह्मणों को जोड़ने की हाईटेक मुहिम शुरू हो गई है। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ‘ब्राह्मण गौरव’ को अपने राजनीतिक अभियान का हिस्सा बना चुके हैं। भाजपा ब्राह्मणों को अपने से अलग मानती ही नहीं, इसलिए परोक्ष रूप से परशुराम के साथ ब्राह्मणों को फिर से एकजुट करा रही है। मंदिर निर्माण के लिए बने भगवान श्री परशुराम न्यास की अध्यक्ष भाजपा विधायक प्रतिभा शुक्ला हैं और संरक्षक उनके पति पूर्व सांसद भाजपा नेता अनिल शुक्ल वारसी। दोनों ने पत्रकारों से कहा कि ब्राह्मण भाजपा के साथ था, है और रहेगा।
भाजपा विधायक प्रतिभा शुक्ला ने बताया कि यह मंदिर ब्राह्मणों को एकजुट करके राजनीतिक रूप से मजबूत बनाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि अब समय आ गया है कि उनकी राजनीतिक जमीन खाने वालों से परशुराम के अनुयायी अपना अधिकार हासिल करें। इसके लिए उन्हें परशुराम के तप, धैर्य और पराक्रम को अंगीकार करके चाणक्य की नीति पर चलना होगा। पूर्व सांसद भाजपा नेता अनिल शुक्ल वारसी ने कहा कि मंदिर निर्माण और परशुराम मूर्ति स्थापना में भाजपा जुड़ी नहीं है, इसके लिए सरकार से मदद नहीं लेंगे। पार्टी के सांसद और विधायकों से मदद ली जा सकती है। ब्राह्मण चंदे से बनाएंगे। कानपुर देहात जिले में 10 करोड़ की लागत से विश्व स्तरीय भगवान परशुराम का भव्य मंदिर बनने जा रहा है। इस मंदिर में भगवान परशुराम की 25 फीट ऊंची विशाल मूर्ति भी मंदिर में लगेगी। यह मंदिर 10 करोड़ की लागत से बनेगा और 50 लाख मूर्ति की कीमत होगी।