मुंबई। देश के किसानों के लिए बरदान साबित हो रही किसान रेल ने अपने 500 फेरे पूरे कर लिए हैं। मध्य रेल को 7 अगस्त 2021 को पहली किसान रेल और 28 दिसंबर 2021 को 100 वीं किसान रेल चलाने का गौरव प्राप्त हुआ था, जिसे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने वेबलिंक के माध्यम से झंडी दिखाकर रवाना किया था। किसान रेल की 500 वीं ट्रिप 12 अगस्त 2021 को संगोला से मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हुई। पहली किसान रेल देवलाली से दानापुर तक शुरू हुई और लोकप्रिय मांग पर इसे मुजफ्फरपुर तक बढ़ा दिया गया। महाराष्ट्र का अनार सांगोला-मनमाड लिंक किसान रेल जो देवलाली-मुजफ्फरपुर किसान रेल से जुड़ी थी, के माध्यम से दूर के बाजारों में पहुंचा।
किसान रेल की वजह से नागपुर से संतरा जल्दी और ताज़ा दिल्ली के बाजारों में पहुँच गया। सरकार ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत ऑपरेशन ग्रीन – टॉप टू टोटल के सरकार के विजन के एक हिस्से के रूप में किसानों को 50% की सब्सिडी भी दी है। इसके परिणामस्वरूप रेलवे अपने परिवहन के लिए किसानों की पहली पसंद बन गया। मध्य रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार लाहोटी ने 12 अगस्त 2021 तक किसान रेल की 500 ट्रिप्स की अनूठी उपलब्धि के प्रयासों की सराहना की है। इसके माध्यम से 1.69 लाख टन फलों और सब्जियों का परिवहन किया गया है। मध्य रेल वर्तमान में 5 किसान रेल चला रहा है। देवलाली-मुजफ्फरपुर, सांगोला-आदर्श नगर दिल्ली, सांगोला-शालीमार, रावेर-आदर्श नगर दिल्ली और सवदा-आदर्श नगर दिल्ली।