रायगढ़। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कर्नाला सहकारी बैंक घोटाला मामले में अहम कार्रवाई करते हुए पूर्व विधायक विवेक पाटिल की करीब 234 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की है, जिसमें मशहूर कर्नाला स्पोर्ट्स अकादमी का भी समावेश है।
अकादमी के मालिक-संस्थापक विवेक पाटिल: कर्नाला बैंक के बहुचर्चित 529 करोड़ रुपए के घोटाला मामले में मुख्य आरोपी शेतकारी कामगार पार्टी के पूर्व विधायक विवेक पाटिल फिलहाल इस प्रकरण में जेल में हैं। पाटिल को इस मामले में ईडी ने 15 जून 2021 को गिरफ्तार किया था। इसी मामले में आगे कार्रवाई करते हुए ईडी ने अब घोटाले से जुड़ी पाटिल की संपत्ति को जब्त कर लिया है। जब्त संपत्ति में करनाला स्पोर्ट्स एकेडमी भी शामिल है। विवेक पाटिल इस अकादमी के मालिक और संस्थापक हैं। इसके अलावा ईडी ने पाटिल की अन्य जायदाद भी जब्त की है।
अवैध रूप से करोड़ों का ट्रांसफर: ईडी 2019 से कर्नाला बैंक घोटाला मामले की जांच कर रहा है। मुंबई पुलिस की वित्तीय अपराध शाखा द्वारा इस संबंध में मामला दर्ज किए जाने के बाद इस मामले को कमान ईडी के हाथ आई। घोटाले के मुख्य आरोपी विवेक पाटिल के खिलाफ करीब 63 फर्जी बैंक खातों के जरिए रुपयों की हेराफेरी करने का मामला दर्ज किया गया है। जांच में खुलासा हुआ है कि कर्नाला चैरिटेबल ट्रस्ट और कर्नाला स्पोर्ट्स अकादमी के खातों में अवैध रूप से करोड़ों रुपए ट्रांसफर किए गए।
क्या है पूरा माजरा: रायगढ़ जिले के कर्नाला सहकारी बैंक में कुछ माह पूर्व 529 करोड़ रुपए का घोटाला होने का भंडाफोड़ हुआ था। बैंक में जमा 529 करोड़ की यह धनराशि करीब 50,689 खाताधारकों की निवेश की हुई थी। आरोप है कि बैंक पर शेतकरी कामगार पार्टी के नेताओं का वर्चस्व होने के कारण उन्होंने इस धनराशि का दुरुपयोग अपने धंधे-व्यवसायों में किया।
अवैध रूप से करोड़ों का ट्रांसफर: ईडी 2019 से कर्नाला बैंक घोटाला मामले की जांच कर रहा है। मुंबई पुलिस की वित्तीय अपराध शाखा द्वारा इस संबंध में मामला दर्ज किए जाने के बाद इस मामले को कमान ईडी के हाथ आई। घोटाले के मुख्य आरोपी विवेक पाटिल के खिलाफ करीब 63 फर्जी बैंक खातों के जरिए रुपयों की हेराफेरी करने का मामला दर्ज किया गया है। जांच में खुलासा हुआ है कि कर्नाला चैरिटेबल ट्रस्ट और कर्नाला स्पोर्ट्स अकादमी के खातों में अवैध रूप से करोड़ों रुपए ट्रांसफर किए गए।
क्या है पूरा माजरा: रायगढ़ जिले के कर्नाला सहकारी बैंक में कुछ माह पूर्व 529 करोड़ रुपए का घोटाला होने का भंडाफोड़ हुआ था। बैंक में जमा 529 करोड़ की यह धनराशि करीब 50,689 खाताधारकों की निवेश की हुई थी। आरोप है कि बैंक पर शेतकरी कामगार पार्टी के नेताओं का वर्चस्व होने के कारण उन्होंने इस धनराशि का दुरुपयोग अपने धंधे-व्यवसायों में किया।