मुंबई। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को अचानक तबीयत खराब होने के बाद इलाज के लिए मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सीएम उद्धव ठाकरे को कनपटी पर तमाचा जड़ने के बयान देने के बाद आपराधिक मामला दर्ज कर राणे को कानूनी कार्रवाई के नाम पर 24 अगस्त को हिरासत में लिया गया था, हालांकि स्वास्थ्य कारणों के चलते उन्हें उसी रात जमानत भी मिल गई थी। अब राणे की तबीयत फिर से बिगड़ गई है।
हेल्थ कॉज से मिली थी जमानत
महाड़ कोर्ट ने राणे के स्वास्थ्य कारणों के मद्देनजर सुनवाई के दौरान कहा था कि 17 सितंबर तक नासिक में दर्ज एफआईआर पर कोई कार्रवाई न की जाए। साथ ही पुणे में दर्ज मामले की सुनवाई भी टाल दी गई थी और गिरफ्तारी के बाद स्वास्थ्य कारणों से ही उनकी जमानत याचिका मंजूर की गई थी। नारायण राणे को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस संगमेश्वर पुलिस स्टेशन से महाड के एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में ले गई थी। इसके बाद देर रात उन्हें कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया था।
ठाकरे सरकार को तमाचे पर तमाचा
महाड के ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के सामने रात 9 बज कर 50 मिनट पर नारायण राणे की जमानत पर सुनवाई शुरू हुई थी और महाड कोर्ट ने रात सवा 11 बजे जमानत दे दी थी। नारायण राणे को जमानत मिलते ही सिंधुदुर्ग और कुडाल में भाजपा कार्यकर्ताओं समेत बड़ी संख्या में राणे समर्थकों ने पटाखे फोड़ व मिठाइयां बाँट कर जश्न मनाया था। इस समूचे प्रकरण पर आम जनता में यही चर्चा है कि इस तरह तमाचे पर उठे बवाल को लेकर गिरफ्तारी होने के बावजूद हुई राणे की यह रिहाई ठाकरे सरकार के मुंह पर लगे दूसरे तमाचे से कम नहीं है।