मुंबई। परिवहन मंत्री अनिल परब के करीबी परिवहन अधिकारी बजरंग खरमाटे को यह नचदिकी भारी पड़ सकती है। पूर्व भाजपा सांसद किरीट सोमैया ने बजरंग खरमोटे की लोकायुक्त के यहाँ शिकायत की है। इस मामले की आगामी 2 सितंबर को सुनवाई होने वाली है। सोमैया ने मंगलवार को लोकायुक्त का पत्र ट्वीट किया जिसमें इस सुनवाई के बारे में जानकारी दी गई है। इसके पहले सोमवार को खरमोटे को लेकर पुणे स्थित उनके आवास छापे पड़े। हालांकि ईडी या आरटीओ की तरफ से इसकी पुष्टि नहीं हो सकी। भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने परिवहन मंत्री अनिल परब पर भ्रष्टाचार करके संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया था। ईडी से इसकी शिकायत की गई है।
नागपुर ग्रामीण आरटीओ के सूत्रों ने बताया कि साहब सोमवार की सुबह कार्यालय पहुंचे और कुछ समय के बाद चले गए। ईडी की कार्रवाई की आरटीओ की तरफ से भी पुष्टि नहीं हो सकी। सूत्रों के अनुसार, मंत्री परब की जिन-जिन अधिकारियों से करीबी है, उन अधिकारियों पर ईडी की नजर है। इन अधिकारियों द्वारा किए गए कामों पर भी नजर है। ईडी की तरफ से कार्रवाई या छापे की पुष्टि नहीं हुई, लेकिन मंत्री परब पर शिकंजा कसने के लिए ईडी काम पर लग गई है। ईडी मुंबई ने मंत्री परब को समन भेज कर पूछताछ के लिए 31 अगस्त को कार्यालय बुलाया है।
युवा सेना की शिकायत पर नागपुर से हटाए गए थे
प्रवर्तन निदेशालय की छापामारी के साथ चर्चा में आए परिवहन अधिकारी बजरंग खरमाटे पहले भी चर्चा में रहे हैं। नागपुर शहर आरटीओ पद से हटाने की मांग को लेकर युवा सेना ने उनके विरोध में शिकायत की थी। उन्हें हटाया भी गया, लेकिन बाद में आरोप लगा कि वह शिवसेना नेता के संरक्षण में ही काम कर रहे हैं। परिवहन मंत्री को भी आरोपों में घेरा गया था। वर्धा में डिप्टी आरटीओ पद पर रहते हुए बजरंग खरमाटे को नागपुर शहर आरटीओ का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। सितंबर 2018 में उन्होंने यहां का प्रभार संभाला, लेकिन कुछ समय बाद भी उनके खिलाफ शिकायतें सामने आने लगीं।
शिवसेना के तत्कालीन जिला प्रमुख प्रकाश जाधव व युवा सेना के तत्कालीन जिला प्रमुख नितीन तिवारी ने खरमाटे काे हटाने की मांग की थी। तिवारी का आरोप था कि कुछ सहयोगियों के माध्यम से खरमाटे अवैध वसूली कर रहे हैं। ओवरलोड के नाम पर भारी वाहनों से प्रतिमाह 5 से 10 हजार रुपए की वसूली की जा रही है। खरमाटे के वाहन चालक बट्टू तिवारी के माध्यम से वसूली तय होने के संबंध में सीडी जारी की गई थी। इस मामले को लेकर राज्य भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग के महा निदेशक को भी शिकायत की गई थी। लिहाजा तत्कालीन परिवहन मंत्री दिवाकर रावते ने निर्देश देकर खरमाटे से नागपुर आरटीओ का प्रभार छीन लिया था।
बाद में राज्य में सत्ता परिवर्तन हुआ। शिवसेना के अनिल परब परिवहन मंत्री बने। कुछ समय बाद खरमाटे को नागपुर ग्रामीण का आरटीओ नियुक्त कर दिया गया। अप्रैल 2021 में भाजपा नेता किरीट सोमैया ने परिवहन विभाग में 500 करोड़ के घोटाले के आरोप लगाए। उन्होंने आरटीओ बजरंग खरमाटे पर भी घोटाले में लिप्त होने के आरोप लगाए थे। उन्होंने इसकी शिकायत लोकायुक्त के यहाँ की जिसकी सुनवाई शुरू हो रही है।