मुंबई। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह के विवादित प्रकरण में रोजाना नई-नई परतें खुल रही हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा दायर चार्जशीट में अब एक साइबर विशेषज्ञ ने चौंकाने वाली जानकारी देते हुए दावा किया है कि एंटीलिया केस को गुमराह करने के लिए परमवीर सिंह ने जैश-उल-हिंद नामक आतंकी संगठन की रिपोर्ट से छेड़छाड़ की थी। परमबीर सिंह ने इसके लिए साइबर विशेषज्ञ को 5 लाख रुपये की रिश्वत दी थी।
रिपोर्ट में लिखाया मनमाना
साइबर एक्सपर्ट ने NIA को दिए अपने बयान में बताया है कि एंटीलिया घटना के बाद आतंकी संगठन जैश-उल-हिंद ने घटना की जिम्मेदारी ली थी, उसे अपनी रिपोर्ट में ऐसा लिखने को कहा गया था।
एंटीलिया मामले में परमवीर का यह रोल
जांचकर्ताओं को शक है कि एंटीलिया मामले में शुरू से ही सामने आए जैश-उल-हिंद की साजिश में परमवीर सिंह शामिल था। हालांकि, उन्होंने अपनी चार्जशीट में परमवीर सिंह की भूमिका के बारे में कुछ नहीं लिखा, लेकिन अब साइबर एक्सपर्ट ने इस सिलसिले में परमवीर का नाम लिया है। एनआईए ने 5 अगस्त को इस साइबर विशेषज्ञ का बयान दर्ज किया था।
ट्रेनिंग की चर्चा करने गया था आयुक्तालय
इस साइबर विशेषज्ञ ने बताया है कि वह कई आईपीएस अधिकारियों को साइबर से संबंधित प्रशिक्षण देता है और कुछ खुफिया एजेंसियों के साथ भी काम करता है। 9 मार्च, 2021 को वह प्रशिक्षण पर चर्चा के संबंध में मुंबई पुलिस आयुक्तालय गया था।
रिश्वत की रकम का नकद भुगतान
उसका कहना है, ‘ तब परमवीर सिंह ने मुझसे कहा था कि तुमने बहुत अच्छा काम किया है। इसलिए मैं आपको भुगतान करना चाहता हूं। उन्होंने मुझसे पूछा कि कितने रुपए लोगे ? तब मैंने उनसे कहा था कि मुझे कुछ नहीं चाहिए। लेकिन उन्होंने मुझसे कहा कि तुम इसके लिए डिजर्व करते हो और अपने पीए को बुलाकर मुझे 3 लाख रुपये देने को कहा। पीए के जाते ही उन्होंने उसे दोबारा फोन करके बुलाया और 5 लाख रुपए देने का निर्देश दिया। साइबर विशेषज्ञ ने बताया कि उन्होंने मुझे 5 लाख रुपये नकद दिए।