मुंबई। मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट 2 की टीम ने महानगर समेत विविध उपनगरीय क्षेत्रों की इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानों से लैपटॉप चोरी करने के आरोप में 2 शातिरों को गिरफ्तार किया है। उनके नाम धर्मसिंह चौथीलाल मीणा और आशीष कुमार रामहरी मीणा हैं। पुलिस ने उनके पास से कार सहित 8 लैपटॉप बरामद किए हैं। उन्होंने यह सब नवी मुंबई, ठाणे और मुंबई के विविध क्षेत्रों में मौजूद इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकानों से चुराया था।
शर्ट में छिपा लेते थे लैपटॉप: दोनों आरोपी मूलतः राजस्थान के रहने वाले हैं और राजस्थान से मुंबई, नवी मुंबई और ठाणे इलाके में आते-जाते रहते थे। तहकीकात के दरमियान उन्होंने पुलिस को बताया कि वे सबसे पहले इलाके के इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर्स का मुआयना किया करते थे। फिर दुकानों में लैपटॉप खरीदने के बहाने वे ऐसे लैपटॉप चुराते थे, जो बिना बीप पिन लगाए रखे जाते थे। दुकान के कर्मचारियों की निगाह बचा वे बड़े ही नामालूम तरीके से इस दरमियान एक लैपटॉप शर्ट में छिपाकर दुकान से बाहर निकल जाया करते थे। इसी तरह उन्होंने पनवेल में विजय सेल्स और सीबीडी में क्रोमा इलेक्ट्रॉनिक्स शोरूम से 3 लैपटॉप चुराए थे।
कई वारदात को दिया अंजाम: क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त प्रवीण कुमार पाटिल के मुताबिक चोरी की शिकायत दर्ज कराए जाते ही सीनियर इंस्पेक्टर गिरिधर गोरे, असिस्टेंट इंस्पेक्टर संदीप गायकवाड़, सब-इंस्पेक्टर वैभव रोंगे, मानसिंह पाटिल और उनकी टीम के मार्गदर्शन में इस सिलसिले में जांच शुरू कर दी गई। जांच के दौरान अपराध शाखा को पता चला कि इसी तरह की वारदात को ठाणे, बोरीवली आदि क्षेत्रों के साथ पनवेल और सीबीडी में भी अंजाम दिया गया था। उन सभी जगहों के सीसीटीवी फुटेज, जहां से लैपटॉप चोरी हुए थे, को खंगालने समेत अन्य तकनीकी मामलों की जांच में निष्कर्ष निकला कि सभी अपराध एक ही गैंग द्वारा किए गए थे।
गाड़ी समेत 8 लैपटॉप जब्त: चोरी के लैपटॉप बेचने के लिए इस गैंग के वाशी आने की सूचना मिलते ही पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से धर्मसिंह और आशीष कुमार को धर दबोचा। पुलिस की तफ्तीश के दरमियान उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उनके पास से चोरी के लिए इस्तेमाल की जाने वाली गाड़ी सहित चुराए गए 8 लैपटॉप बरामद किए हैं, जिनकी कुल कीमत करीब 12 लाख 10 हजार रुपये बताई जा रही है।