मुंबई। भाजपा विधायक एवं मुंबई भाजपा के प्रभारी अतुल भातखलकर ने ट्वीट कर मुंबई-पुणे में ऐन गणेशोत्सव के वक्त जमावबंदी (धारा 144) लागू किए जाने के मद्देनजर राज्य की ठाकरे सरकार पर करारा तंज कसते हुए इसे उसकी ऐतिहासिक उपलब्धि बताया है।
7000 पुलिसकर्मियों की तैनाती:कोरोना संकट की पृष्ठभूमि को लेकर अप्रिय घटनाओं की रोकथाम के उद्देश्य से गणेशोत्सव के दौरान पुणे में 7000 पुलिसकर्मियों को तैनात कर इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा कि सार्वजनिक स्थानों पर भीड़भाड़ इकट्ठा न हो। वहां के संयुक्त पुलिस आयुक्त डॉ रवींद्र शिसवे ने नागरिकों से आत्म-अनुशासन में रहकर सहयोग करने की अपील की है।
आचार संहिता अलग से: पुलिस ने पहले ही पुणे में गणेशोत्सव के लिए आचार संहिता की घोषणा कर दी थी, जिसके मुताबिक इस साल गणपति के आगमन व विसर्जन का जुलूस नहीं निकलेगा। गणेश उत्सव की व्यवस्था में लगभग 7,000 पुलिसकर्मी, 700 अधिकारी, रैपिड एक्शन फोर्स, क्राइम ब्रांच दस्ते, डॉग स्क्वायड, उत्पीड़न विरोधी दस्ते, होमगार्ड, मोबाइल कंट्रोल रूम, राज्य रिजर्व पुलिस बल के यूनिट आदि का समावेश रहेगा।
129 साल की ऐतिहासिक परंपरा खंडित: पुणे में गणेशोत्सव के दौरान सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना को फैलने से रोकने के लिए जमावबंदी लागू की गई है, जो 10 सितंबर 2021 से 19 सितंबर 2021 तक लागू रहेगी। श्रीमंत दगदूशेठ गणपति का गणेशोत्सव मुख्य मंदिर में होगा। ट्रस्ट के 129 साल के इतिहास में लगातार दूसरे वर्ष कोतवाल चावड़ी में इस महापर्व की परंपरा को खंडित की जा रही है।