लखनऊ। हैदराबाद के सांसद और एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में भड़काऊ भाषण देने और साम्प्रदायिक सौहार्द बिगड़ने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। मालूम हो कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी राजनीतिक दल उत्तर प्रदेश में सक्रिय हो गए हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में अगले विधानसभा चुनाव को देखते हुए असदुद्दीन ओवैसी गुरुवार को बाराबंकी पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने चुनाव को देखते हुए जनता को संबोधित किया था। जिसके बाद उनपर भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक ओवैसी ने भाषण के दौरान पीएम मोदी और सीएम योगी के खिलाफ बयानबाजी करते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग किया था। ओवैसी के अलावा बाराबंकी पुलिस ने कार्यक्रम आयोजक मंडल के खिलाफ भी केस दर्ज किया है।
ओवैसी पर आईपीसी की धारा 153A, 188, 269, 270 और महामारी अधिनियम तीन के तहत केस दर्ज किया गया है। बता दें कि ओवैसी पर जनसभा के दौरान कोरोना महामारी के मानदड़ों का उल्लंघन करने का आरोप लगा है। रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना को देखते हुए ओवैसी को जनसभा में 50 लोगों को शामिल होने की अनुमति मिली थी, इसके बावजूद जनसभा में भारी जनसमूह दिखाई दिया है। बाराबंकी में ओवैसी ने जनसभा के दौरान प्रशासन पर रामसनेहीघाट में मस्जिद गिराने का आरोप लगाया था।
ओवैसी पर आईपीसी की धारा 153A, 188, 269, 270 और महामारी अधिनियम तीन के तहत केस दर्ज किया गया है। बता दें कि ओवैसी पर जनसभा के दौरान कोरोना महामारी के मानदड़ों का उल्लंघन करने का आरोप लगा है। रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना को देखते हुए ओवैसी को जनसभा में 50 लोगों को शामिल होने की अनुमति मिली थी, इसके बावजूद जनसभा में भारी जनसमूह दिखाई दिया है। बाराबंकी में ओवैसी ने जनसभा के दौरान प्रशासन पर रामसनेहीघाट में मस्जिद गिराने का आरोप लगाया था।
हालांकि पुलिस का कहना है कि ये बात सही नहीं है। ऐसा कहकर वो एक समुदाय को भड़काने का प्रयास कर रहे हैं, जिसकी वजह से संप्रादायिक सौहार्द बिगड़ सकता है। बता दें कि ओवैसी ने गुरुवार को बाराबंकी में जनता को संबोधित करते हुए कहा था कि तीन तलाक कानून मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ है। इस कानून से पुरुष और ताकतवर बन गए है।
मालूम हो कि 2022 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश में सभी राजनीतिक दल सक्रिय हो गए गए हैं। ओवैसी भी यूपी अपना पैर जमाने की कोशिश कर रहे हैं। और बीजेपी के आलावा पीएम मोदी के खिलाफ बोलते रहते हैं।
मालूम हो कि 2022 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश में सभी राजनीतिक दल सक्रिय हो गए गए हैं। ओवैसी भी यूपी अपना पैर जमाने की कोशिश कर रहे हैं। और बीजेपी के आलावा पीएम मोदी के खिलाफ बोलते रहते हैं।