मुंबई। मुंबई समेत समूचे महाराष्ट्र में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर तथा खासकर साकीनाका रेप कांड की पृष्ठभूमि पर राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के दिए परप्रांतीयविरोधी बयान पर भाजपा MLA एवं पार्टी के मुंबई प्रभारी अतुल भातखलकर ने पलटवार करते हुए कहा है कि वे राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में अपनी कमजोरी को छिपाने के लिए अब परप्रांतीयों को टार्गेट कर गुटीय संघर्ष पैदा करने की फिराक में हैं। इसके खिलाफ उन्होंने ठाकरे पर IPC की धारा 153 A के तहत कांदिवली समता नगर पुलिस थानें में सीएम ठाकरे के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।
भाषा-जाति-धर्म-प्रदेश का इससे क्या संबंध?
भातखलकर ने ट्वीट करके सवाल उठाया है कि राज्य भर में बलात्कार के मामलों पर काबू पाने में असमर्थ साबित होने के बाद ठाकरे सरकार अब यह ठीकरा परप्रांतीयों के सिर फोड़ उन्हें बदनाम करने की साजिश रच रही है, क्या बलात्कारी दरिंदो की भी कोई जात, धर्म, भाषा या प्रदेश निश्चित हुआ करता है? उनका कहना है कि चुनावों में जब वोट बटोरने की बारी आती है, तो ठाकरे की ही शिवसेना उन्हें लुभाने के लिए ‘ बाटी चोखा’ लाई चना आदि कार्यक्रम आयोजित करती है। ‘ केम छो वरली’ के पोस्टर लगाती है। क्या यह उचित है? उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने साकीनाका रेप कांड के बाद शिवसेना के निशाने पर परप्रांतीय हैं। सीएम ने कहा है कि अन्य राज्यों से आने वालों की जानकारी रखनी जरूरी है कि वे कहां से आ रहे हैं और कहां जा रहे हैं।