मुंबई। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के लिए कोरोना से जुड़ी अच्छी खबर है। मायानगरी में किए गए बीएमसी ने दावा किया कि पांचवें सीरो सर्वे में 86 प्रतिशत मुंबईकरों में एंटीबॉडी पाई गई है। जबकि कोरोना रोधी टीका लगवाने वालों 90 प्रतिशत मिली है।इसमें पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में अधिक एंटी बॉडी मिली।
बीएमसी द्वारा जारी सीरो सर्वे के शुक्रवार को जारी परिणामों के अनुसार मुंबई के जो लोग कोरोना रोधी टीके की एक या दोनों खुराक ले चुके हैं, ऐसे 90.26 फीसदी लोगों में एंटी बॉडी पाई गई है। जबकि जिन लोगों को एक भी टीका नहीं लगा है, उनमें से 79.86 फीसदी में एंटी बॉडी पाई गई है। लंबे समय से कोरोना महामारी से जूझ रहे मुंबई महानगर में कराए गए पांचवें सीरो सर्वे के नतीजे आ गए हैं। इनके अनुसार महानगर के 86.64 फीसदी लोगों में एंटी बॉडी मिली है। कोरोना से मुकाबले की दृष्टि से यह अच्छी खबर है। बीएमसी ने यह सीरो सर्वे तीसरी लहर के आशंकाओं के बीच किया है। यह सर्वे सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग और एलटीएमएमसी और जीएच, सायन अस्पताल द्वारा ए.टी.ई के सहयोग से किया गया।
ग्रेटर मुंबई शहर के 24 वार्डों से 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों से कुल 8,674 नमूने एकत्र किए गए।सर्वे में शामिल लगभग 65 प्रतिशत लोगों को कोरोना का एक टीका लगा लगवा चुके थे। जबकि 35 प्रतिशत आबादी को अभी टीका लगना है। बीएमसी ने कहा, ”ग्रेटर मुंबई के स्लम और गैर स्लम इलाकों में सीरो की मौजूदगी पिछले सीरो सर्वे के मुकाबले काफी अधिक है।”
बीएमसी ने यह भी कहा कि मुंबई उपनगरीय इलाकों में कोई खास बदलाव नहीं दिखा है। यह भी बताया गया है कि टीकाकरण करवा चुके 90.2 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी पाई गई है, जबकि टीका नहीं लगवाए लोगों में इसका अनुपात 79.86 है। 88.29 फीसदी महिलाओं में एंटीबॉडी मिली है तो 85.07 फीसदी पुरुषों में कोरोना से लड़ने की क्षमता है।
ग्रेटर मुंबई शहर के 24 वार्डों से 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों से कुल 8,674 नमूने एकत्र किए गए।सर्वे में शामिल लगभग 65 प्रतिशत लोगों को कोरोना का एक टीका लगा लगवा चुके थे। जबकि 35 प्रतिशत आबादी को अभी टीका लगना है। बीएमसी ने कहा, ”ग्रेटर मुंबई के स्लम और गैर स्लम इलाकों में सीरो की मौजूदगी पिछले सीरो सर्वे के मुकाबले काफी अधिक है।”
बीएमसी ने यह भी कहा कि मुंबई उपनगरीय इलाकों में कोई खास बदलाव नहीं दिखा है। यह भी बताया गया है कि टीकाकरण करवा चुके 90.2 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी पाई गई है, जबकि टीका नहीं लगवाए लोगों में इसका अनुपात 79.86 है। 88.29 फीसदी महिलाओं में एंटीबॉडी मिली है तो 85.07 फीसदी पुरुषों में कोरोना से लड़ने की क्षमता है।