मुंबई। NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने दो पुलिसकर्मियों पर पीछा करने और अपने फोन को टैप करने का आरोप लगाया है। इसकी शिकायत उन्होंने महाराष्ट्र के DGP से भी की है। वानखेड़े ने सबूत के तौर पर CCTV फुटेज भी सौंपे हैं। ओशिवारा पुलिस की एक टीम ने श्मशान पर जाकर वहां से एक CCTV फुटेज अपने कब्जे में लिया है। वानखेड़े की मां का देहांत 2015 में हो गया था और तब से वे लगभग हर रोज श्मशान जाते हैं। पिछले साल सुशांत सिंह की मौत के मामले में रिया चक्रवती और अन्य को NDPS एक्ट में अरेस्ट किया गया था। उस दौरान NCB ने मुंबई में कई ड्रग पैडलर्स को दबोचा। वानखेड़े को भनक लगी थी कि गोरेगांव में स्टेशन के पास कोई पैडलर किसी को LSD ड्रग्स सप्लाई करने जा रहा है। टीम के साथ जब वानखेड़े वहां पहुंचे तो उधर से हमला हो गया। वानखेड़े और उनके दो साथियों को चोटें भी आईं, मगर तब तक वे पैडलर को पकड़कर गाड़ी में बैठा चुके थे।
एयर इंटेलिजेंस यूनिट का चीफ रहते हुए वानखेड़े को कई बार जान से मारने की धमकी मिली थी। जब उनके सीनियर अधिकारियों ने मुंबई पुलिस से संपर्क साधा तो वानखेड़े को सिक्योरिटी कवर देने की पेशकश हुई, पर वानखेड़े ने मना कर दिया। हाई प्रोफाइल क्रूज ड्रग्स पार्टी मामले की जांच भी समीर वानखेड़े और उनकी टीम कर रही है। चार्जशीट फाइल करने के लिए NCB की टीम के पास 6 महीने का टाइम है। इस बीच समीर वानखेड़े का NCB में एक्सटेंशन 6 महीने और बढ़ा दिया गया है। उन्हें दूसरी बार एक्सटेंशन मिला है। महाराष्ट्र निवासी समीर वानखेड़े 2008 बैच के IRS अधिकारी हैं। भारतीय राजस्व सेवा जॉइन करने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर डिप्टी कस्टम कमिश्नर के तौर पर हुई थी। उनकी काबिलियत की वजह से ही उन्हें बाद में आंध्र प्रदेश और फिर दिल्ली भी भेजा गया। उन्हें नशे और ड्रग्स से जुड़े मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है। वानखेड़े के नेतृत्व में ही दो सालों के अंदर करीब 18 हजार करोड़ रुपए के नशे और ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश किया गया।