मुंबई। डेढ़ साल पहले एक हादसे में अपने दोनों हाथ और पैर गंवा चुके 22 साल के युवक की यहां एक अस्पताल में दुर्लभ हाथ प्रतिरोपण की सर्जरी सफलतापूर्वक की गयी। अस्पताल की ओर से जारी बयान के अनुसार राजस्थान के रहने वाले युवक की जटिल ’ हाथ प्रतिरोपण सर्जरी करीब 13 घंटे तक चली। प्लास्टिक, हैंड और रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी के वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ नीलेश सतभाई ने कहा, ‘‘यह बहुत दुर्लभ मामला है जिसमें बिना हाथ पैर वाले शख्स की सर्जरी की गयी। एक और जटिल बात दोनों हाथों का काम नहीं करना था।
पहला हाथ कोहनी से नीचे और दूसरा कोहनी से ऊपर कटा था जिससे सर्जरी और भी अधिक चुनौतीपूर्ण हो गयी थी।’’ रोगी करीब डेढ़ साल पहले हाईटेंशन तार के संपर्क में आ गया था और करंट लगने से झुलस गया था। उन्होंने कहा कि यहां ग्लोबल अस्पताल में यह सर्जरी मुंबई में की गयी अपनी तरह की पहली सर्जरी है। उन्होंने बताया कि सर्जरी सफल हुई और रोगी की हालत स्थिर है। डॉक्टर ने बताया, ‘‘हाथ के काम करना शुरू करने में तीन से चार महीने लगेंगे और कम से कम एक साल तक लगातार फिजियोथैरेपी करनी होगी।’’