चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बुधवार को पंजाब विधानसभा चुनाव में सभी 117 सीटों पर लड़ने का ऐलान किया। इसके साथ ही कैप्टन ने घोषणा की कि जहां से सिद्धू लड़ेंगे वहीं से वह भी चुनाव में उतरेंगे। हालांकि अमरिंदर सिंह ने पार्टी के नाम की घोषणा नहीं की। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग जो चुनाव चिन्ह देगा उसके साथ ही पार्टी के नाम की घोषणा की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि उनके वकील इससे जुड़े काम को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं।
कृषि मुद्दे पर गृह मंत्री से मिलेंगे: केंद्र के तीन कृषि कानूनों को लेकर उन्होंने कहा कि वह गुरुवार को 25 से 30 लोगों को साथ लेकर जा रहे हैं जहां वह इस मुद्दे पर गृह मंत्री से मिलेंगे। उन्होंने कहा, जहां तक तक नवजोत सिंह सिद्धू की बात है, तो वह जहां से भी लड़ेंगे, हम भी वहां से लड़ेंगे। उन्होंने कहा, ‘किसी भी सरकार के लिए पंजाब की स्थिति का मजाक उड़ाना सही नहीं है। बता दें कि कैप्टन कहा था कि कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों की समस्या हल होने पर बीजेपी से गठबंधन कर सकते है। साथ ही उन्होंने शिअद के टूटे हुए गुटों जैसे ढींडसा और ब्रह्मपुरा गुटों के साथ गठबंधन करने की इच्छा जाहिर थी।
राज्य में ड्रोन से हथियार और ड्रग्स गिराए जा रहे: अमरिंदर ने कहा कि सीआरपीएफ और बीएसएफ को राज्य में शांति सुनिश्चित करने के लिए पंजाब पुलिस की मदद करनी होगी। उन्होंने दावा किया कि राज्य में ड्रोन से हथियार और ड्रग्स गिराए जा रहे हैं। अमरिंदर सिंह ने कहा कि तकनीक तेजी से आगे बढ़ रही है अब विस्फोटक सामग्री भी रखे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि क्या कुछ हो रहा है। हमें इस गुप्त युद्ध से सावधान रहना होगा।
घोषणापत्र के 92 फीसदी वादे पूरा किया: उन्होंने कहा कि मैंने साढ़े चार साल में पंजाब सरकार के लिए क्या-क्या काम किया है उस बारे में आपके सामने रख रहा हूं। पूर्व सीएम ने कहा, घोषणापत्र में किए 92 फीसदी वादे उन्होंने पूरे किए। केवल 10 वादे पूरे नहीं किए जा सके क्योंकि वे वैट से संबंधित थे।
डैमेज कंट्रोल मोड में आई कांग्रेस: जानकारी के अनुसार पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा को दिल्ली तलब किया गया है। बताया जा रहा है रंधावा दिल्ली के लिए रवाना भी हो गए हैं। मंगलवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 4 मंत्रियों से मुलाकात की, जिन्हें चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली। इनमें पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू, पूर्व उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा, पूर्व वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत और पूर्व खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी शामिल हैं। अटकलें लगाई जा रही है कि अमरिंदर सिंह से हाथ मिलाने से रोकने के लिए यह डैमेज कंट्रोल की कवायद है।