मुंबई। ड्रग्स केस की जाँच कर रहे एनसीबी जोनल अधिकारी समीर वानखेड़े का परिवार केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले से मुलाकात की।उन्होंने इस दौरान मलिक को समीर वानखेड़े के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं करने की हिदायत दी है था। आठवले ने वानखेड़े परिवार को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होने का विश्वास दिलाया।
बता दें कि समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े और पत्नी क्रांति रेडकर वानखेड़े ने सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले से मुलाकात की। इस दौरान बताया जा रहा है कि समीर वानखेड़े पर लगे आरोपों को लेकर भी परिवार ने केंद्रीय मंत्री से बातचीत की है। इसके बाद समीर की पत्नी और पिता के साथ केंद्रीय मंत्री आठवले ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। रामदास आठवले ने कहा, ‘आरपीआई की ओर से मैं नवाब मलिक से कहना चाहता हूं कि समीर और उनके परिवार को बदनाम करने की साजिश बंद करिए। अगर वह कहते हैं कि समीर मुसलमान हैं तो वह (नवाब मलिक) खुद मुसलमान होकर आरोप क्यों लगा रहे हैं? रिपब्लिकन पार्टी समीर वानखेड़े के साथ खड़ी है।’
On behalf of RPI, I'd like to tell Nawab Malik to stop conspiring to defame Sameer & his family. If he says that Sameer is a Muslim then why is he, a Muslim too, levelling allegations? Republican Party stands with them. Sameer won't be harmed: Union Min& RPI (A)'s Ramdas Athawale pic.twitter.com/0MbpNSHdLt
— ANI (@ANI) October 31, 2021
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रामदास आठवले ने यह भरोसा जताया कि एनसीबी के अधिकारी समीर वानखेडे को कोई नुकसान नहीं होगा। समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर वानखेड़े ने कहा कि वहीं, हम आज यहां आए, क्योंकि वह हमारे साथ खड़े हैं, जैसा कि वह हर दलित के साथ खड़े रहते हैं। क्रांति ने मुलाकात पर कहा कि उन्होंने (आठवले ) कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह (मलिक) एक दलित की सीट छीन रहे हैं। नवाब मलिक के अब तक के सभी आरोप झूठे साबित हुए हैं। वहीं, समीर के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने कहा कि नवाब मलिक कहते हैं कि हमने एक दलित का हक छीन लिया। हम खुद दलित हैं। कुछ कहना है तो कोर्ट जाइए।
मेरे बेटे ने उनके दामाद को गिरफ्तार किया, इसलिए वह आरोप लगा रहे हैं। मेरा बेटा या मैंने कभी धर्म परिवर्तन नहीं किया और आरोप झूठे हैं।गौरतलब, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने एनसीबी जोनल अधिकारी समीर वानखेड़े पर आरोप लगाया है कि समीर वानखेड़े फर्जी प्रमाण पत्र से नौकरी हासिल की है और उन्होंने एक दलित का हक़ छिना है।