मुंबई। नवाब मलिक के उस आरोप पर एनसीबी अधिकारियों ने पलटवार किया है,जिसमें नवाब मलिक ने कहा था कि समीर वानखेड़े दुबई और मालदीप गए थे और बीजेपी के नेता मोहित कम्बोज के सम्पर्क में थे। इस पर एनसीबी अधिकारियों ने कहा है कि जब नवाब मलिक के पास इतने सबूत हैं तो वह कोर्ट क्यों नहीं चले जाते हैं।
नवाब मलिक ने एक प्रेसवार्ता के दौरान आरोप लगाया कि असल में अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान का मामला अपहरण और फिरौती का मामला है और समीर वानखेड़े इस साजिश का हिस्सा थे। मलिक ने कहा था कि क्रूज पार्टी के लिए आर्यन खान ने कोई टिकट नहीं खरीदा था। प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला ने उन्हें पार्टी में बुलाया था। एनसीबी अधिकारियों का कहना है कि जिस डिसूजा और वीवी सिंह के बीच फोन पर बातचीत का ऑडियो नवाब मलिक ने जारी किया है, उसमें कुछ भी गलत नहीं है।
अधिकारी डिसूजा को फोन न बदलने की चेतावनी दे रहे थे। उन्होंने कहा कि समीर वानखेड़े डिसूजा के संपर्क में नहीं थे। नवाब मलिक ने रविवार को आरोप लगाया कि समीर वानखेड़े अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को अगवा करने की साजिश का हिस्सा थे। मलिक ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी के नेता मोहित भारतीय इस साजिश के मास्टरमाइंड थे। उन्होंने दावा किया कि वानखेड़े ने ओशिवारा में एक कब्रिस्तान में भारतीय से मुलाकात की थी। `मलिक ने कहा, ‘लेकिन वह (वानखेड़े) खुशकिस्मत थे कि हमें इस मुलाकात का वीडियो फुटेज नहीं मिला क्योंकि पुलिस का सीसीटीवी काम नहीं कर रहा था। इसलिए बिना किसी डर के वानखेड़े ने गलत शिकायत दर्ज कराई कि उनका पीछा किया गया था।’