मादक द्रव्य निरोधी प्रकोष्ठ द्वारा प्रतिवर्ष क्या किया जाता है और उसका निस्तारण किया जाता है? यह प्रश्न मौजूद है। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने कहा कि मुंबई पुलिस की मादक पदार्थ विरोधी इकाई ने पिछले तीन वर्षों में 3414 किलोग्राम सामग्री जब्त की है, जिसमें से 2021 में जब्त की गई केवल 2593 किलोग्राम में से सिर्फ 248 किलो भांग, एमडी और कोडीन का ही निपटान किया गया है। अन्य बरामद ड्रग डिस्पोजल की जानकारी गुलदस्ते में हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मुंबई पुलिस से पिछले तीन वर्षों में ड्रग्स की जब्ती और निपटान के बारे में जानकारी मांगी थी। मुंबई पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल ने अनिल गलगली को साल 2019, 2020 और 2021 में की गई कार्रवाई की जानकारी दी।
वर्ष 2019 में 25.28 करोड़ रुपये मूल्य का 395 किलो 35 ग्राम माल और साथ ही 1343 स्ट्रिप्स, 7577 बोतल, 1551 डॉट जब्त किया गया। लेकिन इन ड्रग्स के निस्तारण के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। वर्ष 2020 में 22.23 करोड़ रुपये मूल्य के 427 किलो 277 ग्राम माल के साथ ही 14 मिलीग्राम, 5191 बोतल, 66000 टैब जब्त किए गए। इन ड्रग्स का डिस्पोजल किया है या नहीं? इसकी सूचना नहीं दी गई। 25 अक्टूबर 2021 तक सबसे अधिक 83.18 करोड़ रुपये का माल जब्त किया गया जिसमें 2592 किलो 93 ग्राम माल के साथ ही 15830 बोतलें, 189 एलएसडी शामिल हैं। डिस्पोजल आइटम में 248 किलो 344 ग्राम भांग, 0.010 किलो एमडी और 368 कोडीन फॉस्फेट मिश्रित कफ सिरप की बोतलें शामिल हैं।
अनिल गलगली के मुताबिक साल 2019 और साल 2020 की रिपोर्ट नहीं आई है और 2021 में 248 किलो ड्रग्स के माल का निस्तारण बताया गया है। आज भी ऐसी शंका और अफवाहें हैं कि पुलिस अधिकारी एक-दूसरे को ज़ब्त माल बेचते हैं और मोह के शिकार होते हैं। इसके लिए जरूरी है कि हर कार्रवाई के बाद जब्त किए गए सामान का ब्योरा सार्वजनिक किया जाए ताकि आम मुंबईवासी भी नशे के खिलाफ जारी जंग में अपना योगदान दे सकें। अनिल गलगली ने इस आशय का पत्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, पुलिस महानिदेशक और पुलिस आयुक्त को भेजा है।