पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुंबई दौरे के वक्त उनके स्वागत में खड़ी शिवसेना ने कांग्रेस की नाराजगी के बाद यू टर्न ले लिया है। शिवसेना प्रवक्ता सांसद संजय राऊत ने शनिवार को कहा कि कई मोर्चे बनने से भाजपा को ही लाभ होगा। कांग्रेस के बैगर भाजपा के खिलाफ कोई मोर्चा नहीं बन पाएगा। हालांकि राऊत ने इस दौरान ममता के उस बयान का समर्थन भी किया जिसमें ममता ने कहा था कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए कहाँ है। शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में राऊत ने कहा कि फिलहाल भाजपा को ममता बनर्जी ने ही जोरदार टक्कर दी है। हम उनका सम्मान करते हैं।
सामना में ममता पर निशाना
अभी तक ममता बनर्जी के तारीफों के पुल बांधने वाली शिवसेना ने अपनी सरकार पर खतरा देख पाला बदल लिया है। पार्टी के मुखपत्र सामना में शिवसेना ने ममता बनर्जी पर अप्रत्यक्ष हमला बोलते कहा है कि यूपीए ही भाजपा का मुकाबला कर सकती है। पार्टी ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की भी तारीफ की है। मुखपत्र की संपादकीय में लिखा गया है कि कांग्रेस को खत्म समझना सही नहीं होगा।
अभी तक ममता बनर्जी के तारीफों के पुल बांधने वाली शिवसेना ने अपनी सरकार पर खतरा देख पाला बदल लिया है। पार्टी के मुखपत्र सामना में शिवसेना ने ममता बनर्जी पर अप्रत्यक्ष हमला बोलते कहा है कि यूपीए ही भाजपा का मुकाबला कर सकती है। पार्टी ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की भी तारीफ की है। मुखपत्र की संपादकीय में लिखा गया है कि कांग्रेस को खत्म समझना सही नहीं होगा।
यह कांग्रेस का दुर्भाग्य है कि जिन्होंने पार्टी से सबकुछ हासिल किया आज वे ही पार्टी के खिलाफ खड़े हैं। लोकसभा में कांग्रेस के 100 सीट से ऊपर जाए बैगर गेम चेंज नहीं होगा। पार्टी ने कहा कि यूपीए के अलावा कोई और मोर्चा खड़ा करने से भाजपा को लाभ होगा। सवाल यह है कि यूपीए का नेतृत्व कौन करेगा। जिसे कॉग्रेस का नेतृत्व स्वीकार नहीं वह हाथ ऊपर करे। यूपीए को लेकर सोनिया गांधी-राहुल गांधी के सामने आकर सवाल करें।
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