जहां एक ओर शिवसेना सपा से वैचारिक मतभेद बताकर साथ आने से मन करा दिया है। वहीं, एनसीपी ने समर्थन किया है। महाराष्ट्र में कांग्रेस ,एनसीपी और शिवसेना साथ मिलकर महाविकास अघाड़ी के तहत सरकार में शामिल हैं। लेकिन बाहर साथ आने से परहेज करते हुए वैचारिक मतभेद का रोना रो रहीं है।
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस जहां अकेले चुनाव लड़ रही है। जबकि महाराष्ट्र में यही कांग्रेस सरकार में शामिल है। यही हाल शिवसेना का है आज यानी गुरुवार को संजय राउत ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ नहीं जाएगी।
वहीं ,राकांपा नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ चुनाव लड़ेगी और जल्द ही सीट बंटवारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया है। एक सीट का ऐलान हो चुका है और दूसरी सीटों के लिए बातचीत जारी है। हम यूपी में बनने वाले गठबंधन का समर्थन करेंगे
एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने मंगलवार को घोषणा की थी कि उनकी पार्टी आगामी यूपी चुनावों में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा के साथ गठबंधन करेगी। पवार ने कहा था कि उत्तर प्रदेश के लोग बदलाव की तलाश में हैं। हम निश्चित रूप से राज्य में बदलाव देखेंगे।” पवार के ऐलान के एक दिन बाद एनसीपी यूपी अध्यक्ष उमाशंकर यादव ने अखिलेश यादव से मुलाकात की थी।
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