मुंबई नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष और शिवसेना पार्षद यशवंत जाधव के घर शुक्रवार यानी 25 फरवरी को आयकर विभाग ने छापेमारी की। विपक्षी समूहों ने निगम के बहिष्कार का आह्वान किया। बीजेपी विधायक अमित साटम ने भी मुंबई नगर निगम के भ्रष्ट प्रबंधन की आलोचना की है।
अमित साटम ने बताया कि मुंबई नगर निगम की स्थायी समिति की आगामी बैठक में लगभग 2,000 करोड़ रुपये के 180 प्रस्ताव अधिकारियों द्वारा प्रायोजित हैं। अमित साटम ने कहा कि ऐसा लगता है जैसे मुंबई नगर निगम से उनकी शक्ति समाप्त होने जा रही है और बाकी बैठक में इसके पीछे का मकसद मुंबईवासियों को जितना हो सके उतना पैसा बर्बाद करने की कोशिश करना है।
अमित साटम ने कहा कि, मुंबई नगर निगम में स्थायी समिति के अध्यक्ष यशवंत जाधव और भ्रष्ट ठेकेदारों पर पिछले दो दिनों से आयकर विभाग छापेमारी कर रहा है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले पांच वर्षों में स्थायी समिति में 50,000 करोड़ रुपये से अधिक के प्रस्ताव पारित किए गए और भ्रष्टाचार किया गया। इस देश में सबसे बड़ा भ्रष्टाचार पिछले 25 वर्षों में मुंबई नगर निगम में हुआ है। मुंबई नगर निगम में पिछले 25 वर्षों में 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक का भ्रष्टाचार हुआ है।
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