लगातार भ्रष्टाचार के आरोपों से परेशान शिवसेना अब किस तरह भाजपा नेताओं को फंसा रही है। इसकी एक बानगी देखिए। नौसेना के युद्ध ुपोत विक्रांत को बचाने के लिए 11 हजार रुपए का चंदा जुटा था पर अब ठाकरे सरकार इसे 58 करोड़ का घोटाला बना कर पेश कर रही है। इस आरोप पर भाजपा नेता-पूर्व सांसद किरीट सोमैना ने सोशल मीडिया के जरिए वीडियो संदेश पोस्ट करते हुए लिखा है कि साल 2013 में कांग्रेस-राकांपा की सरकार ने विक्रांत जहाज को भंगार वाले को 60 करोड़ रुपए में बेंचने का फैसला किया।
हमने इसका विरोध किया। भाजपा ने 10 दिसंबर को चर्चगेट स्टेशन पर एक घंटे तक प्रतीकात्मक, सांकेतिक रुप से निधि संकलन का कार्यक्रम किया था। इसमें करीब 11 हजार जमा हुए। इसके बाद भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे की अगुआई में भाजपा व शिवसेना के नेता, सांसद और मैं 17 दिसंबर 2013 को राष्ट्रपति से मिले उन्हें पूरी जानकारी दी।
तत्कालिन राज्यपाल को भी बताया और अब 10 साल बाद संजय राऊत कहते हैं कि किरीट सोमैया ने 58 करोड़ रुपए हड़प लिए और चार बिल्डरों के जरिए नील सोमैया की कंपनी में जमा करा दिए। उनके और पुलिस के पास कोई सबूत नहीं हैं। शिकायतकर्ता बता रहे हैं कि मैं संजय राऊत के बयान के चलते आया हूं। संजय राऊत इससे पहले इस तरह के सात बेबुनियाद आरोप लगाए हैं। मैं घोटालेबाज सरकार के सभी घोटालेबाजों पर कार्रवाई होने तक चुप नहीं बैठूंगा। मैं हाईकोर्ट जा रहा हूं वहां सारी सच्चाई बताऊंगा।
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