गुरुवार 26 मई को मुंबई नगर निगम के कार्यालय आदेश के अनुसार अपर नगर आयुक्त (नगर) से ड्रेनेज विभाग के मुख्य अभियंता का कार्य अतिरिक्त नगर आयुक्त (परियोजना) को सौंप दिया गया है|भाजपा नेता विधायक अमित साटम ने एनएमसी के फैसले पर सवाल उठाया है| साटम को संदेह है कि निगम ने यह फैसला क्यों लिया।
अमित साटम ने कहा है कि वह नगर निगम में मिली भगत की जांच कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मुंबई नगर निगम में वीरप्पन गिरोह फुल फॉर्म में है|जैसा कि अमित साटम कहते हैं, क्या मुंबई नगर निगम के जल निकासी विभाग के प्रबंधन में 21,000 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार है? यह देखना महत्वपूर्ण होने वाला है। वही, साटम के इन आरोपों पर नगर प्रशासन की क्या प्रतिक्रिया होगी?
यह भी पढ़ें-
मध्य प्रदेश के शेख जफर ने हिंदू धर्म अपनाया, बने चैतन्य सिंह राजपूत