महाराष्ट्र के सांगली जिले में एक डॉक्टर परिवार के 9 सदस्यों के एक साथ हुई मौत के मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। किस तरह से परिवार की तीन पीढ़ियां एक झटके में खत्म हो गईं। अभी तक पुलिस सुसाइड के पीछे का सही कारण का पता नहीं लगा सकी है।
इस मामले में पुलिस ने 25 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वहीं पुलिस ने 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि कई की तलाश जारी है। इन सभी पर आत्महत्या के लिए उकसाने और मानसिक प्रताड़ित करने का मामला दर्ज किया गया है।
दरअसल, पुलिस की शुरूआती जांच में पूरे परिवार की मौत का कारण आर्थिक तंगहाली बताई जा रही है। पुलिस के अनुसार मृतक डॉ. माणिक वनमोरे और उनके भाई पोपट वनमोरे अपना करोबार बढ़ाने के लिए कई लोगों से मोटी रकम ब्याज पर उधार ली थी। उनका व्यापार ठीक से चला नहीं तो फायदा भी नहीं हुआ।
कर्ज के बोझ तले दबे दोनों भाइयों पर पैसे वापस देने को लेकर साहूकार दबाव बना रहे थे। बताया जाता है कि यह साहूकार पूरे परिवार को आसपास के लोगों के सामने गाली-गलौच देकर अपमानित भी करते थे। बस इसी बात से दुखी होकर दोनों भाईयों के परिवार ने सामूहिक सुसाइड करने का खतरनाक फैसला कर लिया।
पुलिस की पूछताछ में आसपास के लोगों कुछ चौंकाने वाली बाते भी सामने आई हैं। उनके पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि दोनों वनमोरे भाई अक्सर किसी चावल खींचने वाली धातु (राइस पुलर) के सौदे की बात करते रहते थे। जिसे पाने के लिए वह उत्साहित रहते थे।
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