जिला कलेक्टर के निलंबित अंगरक्षक, पुलिस नाईक जॉन वसंत तिवाडे द्वारा एक करोड़ रूपये की रिश्वत मांगने की सनसनीखेज घटना प्रकाश में आयी है| उक्त मामले में पुलिस शाहपुरी पुलिस स्टेशन में तिवाडे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है| पुलिस के अनुसार कृषि भूमि के विवादों में निपटाने के लिए रिश्वतखोरी विरोधी भ्रष्टाचार विभाग द्वारा यह मामला दर्ज किया गया था। पुलिस संदिग्ध रिश्वत लेने वालों की तलाश कर रही है।
एक करोड़ रूपये की रिश्वत की मांग-
बता दें कि शिकायतकर्ता के अनुसार कृषि भूमि के संबंध में दावा महाराष्ट्र राजस्व न्यायाधिकरण पुणे, खंडपीठ पुणे में लंबित है। दावे का परिणाम प्रशासनिक सदस्य पूर्व कलेक्टर माने को बताया गया है और शिकायतकर्ता के पक्ष में रहने को कहा गया था| इसके लिए निलंबित अंगरक्षक, पुलिस नाईक की ओर से एक करोड़ रूपये की रिश्वत की मांग की गयी थी| इस संबंध में शिकायतकर्ता ने पुलिस उपाधीक्षक आदिनाथ बुथवंत के पास रिश्वतखोरी निवारण विभाग में शिकायत दर्ज कराई थी|
तलाश कर रही पुलिस –
इसके बाद एसीबी की टीम टीम ने 22 मार्च 2022 को रिश्वत मांगने की पुष्टि की। इस जांच में पता चला कि रिश्वत की राशि मांग की गई थी। उसी से पुलिस नाईक जॉन तिवड़े के खिलाफ शाहूपुरी स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस उसकी तलाश कर रही है|
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