26 C
Mumbai
Sunday, November 24, 2024
होमदेश दुनियाकश्मीर: बाहर के राज्यों के लोग करेंगे मतदान, चुनाव आयोग का बड़ा...

कश्मीर: बाहर के राज्यों के लोग करेंगे मतदान, चुनाव आयोग का बड़ा फैसला

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने चुनाव आयोग के फैसले की आलोचना की है​|​​ दोनों ने इसे चुनाव को प्रभावित करने की खतरनाक कोशिश बताया है​|

Google News Follow

Related

जम्मू-कश्मीर में इस साल विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। इस चुनाव में 25 लाख नए मतदाता मतदान कर सकते हैं। चुनाव आयोग ने राज्य में रहने वाले लोगों को मतदाता सूची में अपना नाम शामिल कर वोट डालने की अनुमति दी है। इतना ही नहीं, जम्मू-कश्मीर के मुख्य चुनाव अधिकारी हृदेश कुमार ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के लिए तैनात सुरक्षाकर्मी भी अपना नाम मतदाता सूची में शामिल कर सकते हैं​ |

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने चुनाव आयोग के फैसले की आलोचना की है|​​ दोनों ने इसे चुनाव को प्रभावित करने की खतरनाक कोशिश बताया है|​​ जम्मू-कश्मीर में चार साल से अधिक समय से निर्वाचित सरकार नहीं है। इसलिए अगले साल चुनाव होने की संभावना है।

जम्मू-कश्मीर में लगभग 25 लाख नए मतदाताओं के मतदाता सूची में शामिल होने की उम्मीद है। कर्मचारी, छात्र, मजदूर और कश्मीर में रहने वाला कोई भी गैर स्थानीय मतदाता अपना नाम मतदाता सूची में जोड़ सकता है। मतदाता सूची में नाम शामिल करने के लिए स्थानीय निवासी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है।

भाजपा जम्मू-कश्मीर के असली मतदाताओं के समर्थन को लेकर इतनी असुरक्षित है? कि उसे सीटें जीतने के लिए अस्थायी मतदाताओं को आयात करना होगा। जम्मू-कश्मीर के ​पूर्व ​मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राय व्यक्त की है कि इनमें से कोई भी चीज भाजपा की मदद नहीं करेगी जब जम्मू-कश्मीर के लोगों को वोट देने के अपने अधिकार का प्रयोग करने का मौका दिया जाएगा।

भाजपा​​ का जोर चुनावी नतीजों को प्रभावित करने पर है|​​ गैर-स्थानीय लोगों को वोट देने की अनुमति ​​ का मतलब चुनाव परिणामों को प्रभावित करना है। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भाजपा​​ पर​ आरोप लगाते हुये कहा कि स्थानीय लोगों का मनोबल गिराना और जम्मू-कश्मीर पर सत्ता हासिल करना है|​ ​

जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बाद पहली बार मतदाता सूची में संशोधन किया जा रहा है। इतना ही नहीं पिछले तीन साल में 18 साल और उससे अधिक उम्र के युवाओं की संख्या में वृद्धी​ हुई​ है।

यह भी पढ़ें-

हादसे के समय मेटे कार में नहीं थे, भतीजे का सनसनीखेज खुलासा ​

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,295फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
195,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें