रत्नागिरी के नानार में तेल रिफाइनरी योजना के विरुद्ध बरसू के ग्रामीणों ने भाजपा नेता नीलेश राणे के काफिले को गांव में जाने से रोक दिया| बड़ी संख्या में उपस्थिति प्रदर्शनकरियों में महिलाओं ने तेल रिफाइनरी को ग्रामीणों के लिए विनाशकारी बताते हुए कहा कि यह रिफाइनरी हमारे गांव के लिए कैसे अच्छा हो सकता है? ग्रामीणों के विरोध का सामना कर रहे नीलेश राणे ने उन्हें बहुत समझाने की कोशिश की और कहा कि इस विषय पर हम सभी बैठक करने जा रहे हैं|
तेल रिफाइनरी के लिए मिट्टी परीक्षण को लेकर आई सरकारी टीम को भी कल ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा था| इसके बाद आज पूर्व सांसद व भाजपा नेता नीलेश राणे को भी ग्रामीणों के उग्र प्रदर्शन का सामना करना पड़ा। रिफाइनरी का विरोध कर रहे ग्रामीण महिलाओं को समझाते हुए नीलेश राणे ने कहा कि यह प्रोजेक्ट राज्य और केंद्र सरकार द्वारा लाया गया है। यह नीलेश राणे का प्रोजेक्ट नहीं है। हमें सरकार से बात करनी है। अब सम्मेलन शुरू हो रहे हैं। राणे ने नारायण राणे को गांव बुलाकर उनसे चर्चा करने का वादा किया।
बता दें कि ऑयल रिफाइनरी परियोजना को लेकर बरसू गांव की महिलाओं ने ग्रामीणों से कहा कि यहां नितेश राणे आये थे उनके सामने काम चल रहा है| उन्हें इसे रोकना चाहिए था| यही नहीं बरसु गांव की महिलाओं ने सड़क पर ही बेरिकेडिंग लगा रखी है| इस दौरान वे किसी को भी गांव में प्रवेश नहीं करने दे रही है और इन महिलाओं ने नीलेश राणे से कहा कि जो कहना है गांव के बाहर ही कहो, हम तुम्हें गांव में नहीं आने देंगे|
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