उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पूर्व विधान सदस्य विनायक मेटे की मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे पर एक कार हादसे में मौत होने के कुछ दिनों बाद सोमवार को कहा कि यह हादसा वाहन चालक के ‘‘पूरी तरह से गलत निर्णय’’ के कारण हुआ। फडणवीस ने विधानसभ में कहा कि महाराष्ट्र सरकार मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर आर्टिफिशयल इटेलीजेंस पर आधारित यातायात प्रबंधन प्रणाली शुरू करने जा रही है, जिससे पुलिस को दुर्घटना के बाद उन्हें फोन करने वाले व्यक्ति की लोकेशन तुरंत मिल जाएगी।
यह चालक का पूरी तरह से गलत निर्णय था।’’ राज्य के गृह मंत्री ने कहा, ‘‘मेटे कार में पीछे की सीट पर बैठे थे और हादसे का असर उस ओर ही पड़ा। चालक की तरफ इसका असर नहीं पड़ा और न ही उस तरफ से वाहन को नुकसान पहुंचा।’’ उन्होंने कहा कि किसी हादसे के बाद लोग अपने मोबाइल फोन से मदद के लिए फोन करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर कृत्रिम बुद्धिमता आधारित यातायात प्रबंधन प्रणाली ला रही है। इस प्रणाली से पुलिसकर्मियों को फोन करने वाले व्यक्ति की लोकेशन तुरंत मिल जाएगी।’’ फडणवीस ने कहा कि इस प्रणाली से एक्सप्रेसवे पर यातायात की निगरानी करने में भी मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि जब मेटे के चालक ने पुलिस को फोन किया था तो उसने बस केवल यह कहा था कि वह एक सुरंग के बाहर है। उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘चालक पुलिस को यह तक नहीं बता पाया कि वह किस सुरंग के बारे में बात कर रहा है। नवी मुंबई पुलिस ने दो सुरंगों के पास उसका पता लगाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं मिला। आखिरकार मेटे की दुर्घटनाग्रस्त कार का तीसरी सुरंग के बाहर पता लगाया गया, जो रायगढ़ पुलिस के अधिकार क्षेत्र में आती है।
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