शिंदे समूह ने चुनाव आयोग के सामने पार्टी के चुनाव चिह्न के लिए तीन विकल्प रखे हैं। इनमें उगता सूरज, ढाल-तलवार और पीपल का पेड़ शामिल हैं। शिंदे समूह ने चुनाव आयोग को एक ई-मेल भेजा है, जिसमें इन तीन प्रतीकों का उल्लेख किया गया है। शिंदे समूह ‘उगता सूर्य’ प्रतीक को प्राथमिकता देता है और इस पर जोर देगा। इस बीच, चुनाव आयोग सभी संभावनाओं की जांच कर दोपहर तक इस संबंध में फैसला दे सकता है।
शिंदे गुट ने चुनाव आयोग को ‘त्रिशूल’, ‘उगता सूरज’ और ‘गदा‘ चिह्न का विकल्प दिया था। हालांकि चुनाव आयोग ने इन विकल्पों को खारिज कर दिया और शिंदे समूह को मंगलवार सुबह 10 बजे तक तीन नए चुनाव चिन्ह विकल्प देने का आदेश दिया|
ठाकरे समूह ने केंद्रीय चुनाव आयोग के पार्टी चिन्ह धनुष बाण को फ्रीज करने के फैसले के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है। इस पर मंगलवार या बुधवार को सुनवाई होने की संभावना है| उद्धव ठाकरे समूह को ‘शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे)’ नाम मिला है और इसे ’मशाल’ का प्रतीक दिया गया है। शिंदे समूह को ‘बालासाहेब की शिवसेना’ के वैकल्पिक नाम के लिए मंजूरी दी गई है।
ठाकरे समूह की पार्टी के नाम के लिए तीन विकल्प अर्थात् ‘शिवसेना बालासाहेब ठाकरे’, ‘शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे’ और ‘शिवसेना बालासाहेब प्रबोधनकार ठाकरे’ आयोग के समक्ष प्रस्तुत किए गए थे। हालांकि, शिंदे समूह द्वारा पार्टी के नाम के विकल्प के रूप में ‘शिवसेना बालासाहेब ठाकरे’ को भी दिया गया था। जैसा कि दोनों समूहों ने एक ही नाम पर जोर दिया, आयोग ने किसी भी समूह को पार्टी का नाम नहीं देने का फैसला किया और ठाकरे समूह के दूसरे विकल्प को मंजूरी दे दी। इसलिए ठाकरे समूह को अब ‘शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे)’ के नाम से जाना जाएगा।
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