एनसीपी नेता रोहित पवार का एक बयान राजनीति गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है| पवार ने धमाका करते हुए कहा कि विरोधियों का अगला निशाना राकांपा है और पवार परिवार को तबाह करने की साजिश है| रोहित पवार के खुलासे के बाद एक नया मुद्दा शुरू हो गया है। उद्योग मंत्री उदय सामंत ने सनसनीखेज दावा किया है कि राकांपा के 10-12 विधायक मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के संपर्क में हैं| उदय सामंत ने कहा है कि जो विधायक संपर्क में हैं, उनका फैसला सही समय पर किया जाएगा|
इससे पहले 14 अक्टूबर को रत्नागिरी में राकांपा सांसद सुनील तटकरे और उदय सामंत की मुलाकात हुई थी| रत्नागिरी के जिला शासकीय विश्राम गृह में सामंत और तटकरे के बीच बंद कमरे में चर्चा हुई| इसके बाद उदय सामंत के बयान पर बहस छिड़ गई है| इससे पहले मंत्री रहे शंभूराज देसाई ने भी कहा था कि राकांपा विधायक संपर्क में हैं।
रोहित पवार के दावा करने के तुरंत बाद अजित पवार ने प्रतिक्रिया दी कि पवार परिवार को तोड़ने की विपक्ष की साजिश थी। कुछ गलत समझा होगा। रोहित पवार ऐसा नहीं कह सकते। अगर ऐसा कुछ है, तो मैं उनसे इसे ठीक करने के लिए कहता हूं। हमें रोहित से बात करनी है, देखना होगा कि उन्होंने ऐसा बयान क्यों दिया। अजित पवार ने संक्षेप में कहा कि बयान को अक्सर मीडिया में तोड़-मरोड़ कर पेश किया जाता है।
इस सारे विवाद के बाद आखिरकार रोहित पवार ने सफाई देते हुए कहा कि निचले स्तर की राजनीति हो रही है। बड़ी पार्टी शिवसेना टूट गई। अगर एक बड़ी पार्टी तोड़कर राजनीति करना चाहती है तो दूसरी बड़ी पार्टी राष्ट्रवादी है। एक बड़ी पार्टी को तोड़ने के बाद अगला निशाना राष्ट्रवादी हो सकते हैं, वही उन्होंने कहा कि मैंने भाजपा नहीं, विपक्षी दल कहा है|