अनीस अंसारी एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं जो आतंकी संगठन आईएएस के समर्थक थे। उमर एल्हाजी के साथ अंसारी की फेसबुक चैट से पता चला कि अंसारी एक अमेरिकी स्कूल पर अकेले भेड़िये के हमले की योजना बना रहा था। अंसारी की साजिश को नाकाम करने के बाद पहली बार महाराष्ट्र को साइबर आतंकवाद के मामले में सजा सुनाई गई है| साथ ही, देश में यह पहला मामला है, जहां साइबर आतंकवाद के तहत शिकायत दर्ज की गई है।
दलवी ने नेहरू नगर के एक साइबर विशेषज्ञ, कुर्ला (पूर्व) अंसारी के सहयोगियों, एक वरिष्ठ और उसके पड़ोसियों सहित 25 गवाहों के साक्ष्य का हवाला दिया। अभियोजकों ने कहा कि अंसारी ने एक सहयोगी भौगोलिक तकनीशियन के रूप में काम करते हुए एक कंपनी कम्यूटर का इस्तेमाल किया। उसने ”उसारिम लोगान” नाम से एक फर्जी फेसबुक अकाउंट भी बनाया था। वह इल्हाजी से बात कर रहा था और इस बीच उसने लोन वुल्फ के माध्यम से हमला करने का फैसला किया।
अनीस अंसारी के खिलाफ 728 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई थी। इसमें 50 गवाह और फोरेंसिक विशेषज्ञ भी शामिल हैं। इन विशेषज्ञों ने 6 कंप्यूटर, हार्ड डिस्क और एक मोबाइल फोन की जांच कर पूरी रिपोर्ट दी है।
बासी कढ़ी में बिना वजह टिश्यू लाने की कोशिश न करें ! - अजित पवार