राष्ट्रपिता महात्मा गांधी साहित्य नगरी, वर्धा-विदर्भ साहित्य संघ के 100 वर्ष पूरे हुए। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज यहां घोषणा की कि राज्य सरकार द्वारा विदर्भ साहित्य संघ को 10 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। वे आज, रविवार प्रातः 96वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन में बोल रहे थे। इस अवसर पर डॉ. विनय सहस्रबुद्धे, श्री. रामदास तदास, खा. डॉ. अनिल बोंडे, श्री. डॉ. पंकज भोयर, श्री. समीर कुनवर. समीर मेघे और कार्यकारी अध्यक्ष प्रदीप दाते और सागर मेघे उपस्थित थे।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, नई शिक्षा नीति से मराठी भाषा को लेकर चिंता खत्म हो जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई शिक्षा नीति में भाषाओं को नई दिशा देने की ताकत है। मराठी ज्ञान की भाषा है। अब हर तरह की शिक्षा मराठी में मिलेगी। परिणामस्वरूप, मराठी व्यवसाय में ज्ञान की भाषा बन जाएगी। इसलिए मराठी को लेकर जाहिर की गई चिंता जारी नहीं रहेगी। हर कोई सोचता है कि एक बैठक में एक राजनेता क्या करता है। मैं भी गिरता हूँ।लेकिन, हम कई लेखकों की प्रेरणा हैं। हमारे पास लेखक भी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्हें इस पवित्र मंच पर थोड़ी सी जगह मिल भी जाती है तो वह उस पर कब्जा करने की कोशिश करते हैं। उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने मराठी भाषा के प्रचार-प्रसार में विदर्भ साहित्य संघ और साहित्य महामंडल के गौरवपूर्ण कार्य की प्रशंसा की। इस कार्यक्रम में उनके द्वारा एक स्मारिका ‘वरदा’ का विमोचन किया गया।
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