बोतलबंद पानी की कंपनी बिसलेरी पिछले कुछ समय से काफी चर्चा में है। बीते साल नवंबर से ही कंपनी के बिकने की तैयारी हो रही थी। कंपनी के मालिक रमेश चौहान अपनी कंपनी बिसलेरी को बेचना चाहते थे। वजह बताई गई कि उनके पास कंपनी को संभालने वाला कोई उत्तराधिकारी नहीं है। इस डील को करीब 7 हजार करोड़ में फाइनल होना था। 82 साल के रमेश चौहान ने इसके लिए टाटा के साथ बातचीत भी शुरू की, लेकिन अब उसपर ब्रेक लग गया हैं। दरअसल डील की वैल्यूएशन को लेकर टाटा और बिसलेरी के बीतचीत नहीं बन पाई।
टाटा के साथ डील कैंसिल होने के बाद अब फिर से बिसलेरी चर्चा में है। इस डील के कैंसिल होने के बाद एक बड़ी बात सामने आई है। दरअसल सोमवार को कंपनी के चेयरमैन ने इस बात पर फुल स्टॉप लगाते हुए कहा कि अब वो बिसलेरी को बेचने के मूड में नहीं हैं। इसके साथ ही अब बिसलेरी कंपनी की नई बॉस बिसलेरी की चेयरमैन रमेश चौहान की बेटी जयंती चौहान होंगी। जयंती चौहान बिसलेरी के पोर्टफोलियो वाले ब्रांड वेदिका के साथ लंबे वक्त से काम कर रही हैं।
जयंती चौहान वर्तमान समय में बिसलेरी की की वाइस चेयरपर्सन हैं। उन्होंने 24 साल की उम्र में ही पिता कंपनी में हाथ बटाना शुरू कर दिया था। मगर, पिछले कुछ समय से कंपनी को आगे बढ़ाने में काफी एक्टिव नजर आई हैं। वो लगातार अपनी कंपनी को लिंक्डइन प्रोफाइल से प्रमोट करती रहती हैं। हाल ही में कंपनी ने अपने कस्टमर्स के लिए ऐप से पानी ऑर्डर करने की सुविधा लॉन्च की है। इसकी जानकारी खुद जयंती ने अपने लिंक्डइन प्रोफाइल पर शेयर की है।
जयंती चौहान जल्द ही प्रोफेशनल मैनेजमेंट टीम के साथ काम में जुट जाएंगी। जल्द ही वो कंपनी की कमान संभालने लगेगी। 42 साल की जयंती पिछले कुछ वक्त से सक्रिय रूप से बिसलेरी के विस्तार के लिए काम कर रही है। इसके अलावा बिसलेरी ने आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस और गुजरात टाइटंस के साथ भी पार्टनरशिप की है।
साल 1969 में कारोबारी घराने चौहान परिवार के नेतृत्व वाली पारले ने बिसलेरी लिमिटेड को खरीद लिया था। स समय केवल 4 लाख रुपये में बिसलेरी कंपनी का सौदा हुआ था। 1995 में इसकी कमान रमेश चौहान के हाथों में आई थी. इसके बाद बिसलेरी के कारोबार ने रफ्तार पकड़ी और देश का सबसे फेमस पैक्ज्ड वॉटर बॉटल का ब्रॉन्ड बन गया।
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